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सहारनपुर: हाईटेंशन की चपेट में आने से झुलसे 4 कांवड़िये, हालत गंभीर

सहारनपुर: मंगलवार को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से दर्दनाक खबर सामने आई है जहां हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने पर चार कांवड़िये बुरी तरह झुलस गए. चारों कांवड़िये दिल्ली हाईवे को क्रॉस कर रही हाईटेंशन लाइन की चपेट में आए हैं. हादसे की सूचना पाते ही पुलिस मौके पर पहुंची जहां सभी घायलों को […]

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सहारनपुर: हाईटेंशन की चपेट में आने से झुलसे 4 कांवड़िये, हालत गंभीर
  • July 11, 2023 6:00 pm Asia/KolkataIST, Updated 1 year ago

सहारनपुर: मंगलवार को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से दर्दनाक खबर सामने आई है जहां हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने पर चार कांवड़िये बुरी तरह झुलस गए. चारों कांवड़िये दिल्ली हाईवे को क्रॉस कर रही हाईटेंशन लाइन की चपेट में आए हैं. हादसे की सूचना पाते ही पुलिस मौके पर पहुंची जहां सभी घायलों को नगर के CHC में भर्ती करवाया गया. चारों कांवड़ियों की हालात नाज़ुक बताई जा रही है. हालत गंभीर देखते हुए चिकित्सकों ने उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया है जहां उनका ईलाज जारी है. वहीं बिजली विभाग ने आनन-फानन में लाईन को उतरवाया है.

डीजे में आया करंट

ये हादसा मंगलवार को हुआ जब डीसीएम में सवार होकर बागपत के काठा गांव निवासी कई कांवड़िये हरिद्वार जल लेने जा रहे थे. इस दौरान DCM में डीजे भी लगा हुआ था. नानौता के पास जब डीसीएम पहुंची तो सड़क के दूसरी ओर से हाईवे निर्माण कम्पनी के कंस्ट्रक्शन प्लांट में जा रही हाईटेंशन लाइन ने डीसीएम के ऊपर लगे डीजे को अपनी चपेट में ले लिया. डीजे में करंट आने से DCM में बैठे चार कांवड़ी बुरी तरह से झुलस गए. जिन कांवड़ियों के साथ ये हादसा हुआ उनकी पहचान मोनू पुत्र सत्यवीर, धीरेंद्र पुत्र इंद्रपाल, रोहित पुत्र राजकुमार तथा कमल पुत्र राजेश निवासीगण के तौर पर हुई है.

 

चारों कांवड़ियों की हालत गंभीर

घटना की सूचना मिलते ही इंस्पेक्टर नानौता चंद्रसेन सैनी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने अपनी गाड़ियों की मदद से सभी घायलों को अस्पताल पहुंचाया. जहां चिकित्सकों ने चारों घायल कांवड़ियों को प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रेफर कर दिया है. टीम के साथ पहुंचकर जेई राकेश कुमार ने हाईटेंशन लाइन को उतरवा दिया है.

क्या होती है हाईटेंशन लाइन?

बता दें कि हाईटेंशन तारों की ऊंचाई जमीन से करीब 100 से 150 फीट ऊपर होती है। इसे ज्यादा ऊपर इसलिए बांधा जाता है क्योंकि अगर कोई इसके संपर्क में आ जाता है तो उसकी जान बचना मुश्किल हो जाती है।

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