लखनऊ: हमारे देश में साधुओं का दर्जा बहुत ऊंचा है. लोग साधुओं को भगवान का दर्जा देते हैं. वहीं अगर साधु पर कोई अत्याचार कर दें, तो आप क्या कहेंगे. जी हां.. इसी तरह का मामला यूपी के मेरठ से सामने आया है. यहां एक राह चलते साधुओं कुछ लोग ने मुस्लिम समझ लिया और […]
लखनऊ: हमारे देश में साधुओं का दर्जा बहुत ऊंचा है. लोग साधुओं को भगवान का दर्जा देते हैं. वहीं अगर साधु पर कोई अत्याचार कर दें, तो आप क्या कहेंगे. जी हां.. इसी तरह का मामला यूपी के मेरठ से सामने आया है. यहां एक राह चलते साधुओं कुछ लोग ने मुस्लिम समझ लिया और फिर उन्हें बंधक बना लिया.
आरोपियों ने पहले साधुओं से गायत्री मंत्र पढ़वाया, इसके बाद हनुमान चालीसा पढ़वाया. जब इतने पर भी आरोपी को यकीन नहीं हुआ, तो साधुओं से आधार कार्ड मांगा गया. हालांकि इस घटना की जानकारी जैसे ही पुलिस को लगी, वैसे ही पुलिस मौके पर पहुंची.
पुलिस ने साधुओं के आधार पर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. यह जो वारदात हुई है, वो मेरठ के लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र में प्रहलाद नगर का है. पुलिस के मुताबिक शुक्रवार की दोपहर तीन साधु भिक्षा मांगने के लिए गए हुए थें. वहीं उन साधुओं को मुस्लिम समझ कर रोक लिया गया और उन्हें बंधक बना लिया गया.
जब साधुओं से आरोपी ने आधार कार्ड मांगा तो साधुओं के पास आधार कार्ड नहीं था, जिस वजह से आरोपीयों ने उन्हें बच्चा चोर समझकर पिटाई कर दी. बता दें कि साधुओं ने पुलिस को बताया कि, वो हरियाणा के रहने वाले हैं. वहीं जब पुलिस ने तहकिकात की तो उनकी बातें सच निकली.
◆ मेरठ में तीन साधुओं को बच्चा चोरी और नकली साधु समझकर डंडों से बुरी तरह पीटा गया!
◆ पुलिस ने मौके पर पहुंचकर तीनों साधुओं को हिरासत में लिया। पूछताछ में पता चला कि ये तीनों साधु हरियाणा के यमुनानगर के निवासी हैं और भीख मांगते हैं!#meerut #UttarPradesh pic.twitter.com/QSxv9WQa4U
— 𝗦𝗼𝗰𝗿𝗮𝘁𝗲𝘀 (@NetaClix) July 14, 2024
इसके बाद पुलिस ने साधुओं का बयान लेकर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया. साधुओ के दिए गए बयान में यह भी बताया कि जब आरोपी उन्हें मार रहे थें, तो वो कह रहे थें कि हम निर्दोष है, वो फिर भी मारे ही जा रहे थें. वहीं जब मामला सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, तो पुलिस ने मामले को संज्ञान लिया.
हालांकि पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ शांति भंग की धाराओं में केस दर्ज करते हुए, उनकी तलाश करनी शुरू कर दी है. पुलिस के मुताबिक, तीनों साधु जगाधरी यमुनानगर के रहने वाले हैं. वहीं पुलिस के मुताबिक, साधुओं जगाधारी यमुनानगर के रहने वाले हैं.