नई दिल्लीः कांग्रेस के युवा नेताओं की बात करें और सचिन पायलट का जिक्र न हो, ऐसा हरगिज नहीं हो सकता. राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष सचिन पायलट मनमोहन सरकार में मंत्री रह चुके हैं. विदेश में पढ़ाई पूरी करने के बाद वह भारत लौट आए और साल 2002 में उन्होंने कांग्रेस पार्टी जॉइन की. 2004 लोकसभा चुनाव में मात्र 27 साल की उम्र में वह संसदीय क्षेत्र दौसा से सांसद चुने गए. कम उम्र में सांसद बनने वाले युवा नेताओं की फेहरिस्त में उनका नाम शामिल है. अब आपको बताते हैं युवाओं के चहेते नेता सचिन पायलट के बारे में कुछ खास बातें.
सचिन पायलट का जन्म 7 सितंबर, 1977 को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में हुआ था. उनके पिता स्वर्गीय राजेश पायलट कांग्रेस के दिग्गज नेता थे और वह केंद्र सरकार में मंत्री रह चुके थे.
सचिन पायलट की प्रारंभिक शिक्षा नयी दिल्ली के एयर फोर्स बाल भारती स्कूल में हुई. सचिन पायलट ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से ग्रेजुएशन किया.
सचिन पायलट ने गाजियाबाद के IMT कॉलेज से मार्केटिंग में डिप्लोमा हासिल करने के बाद कुछ समय तक नौकरी की. इसके बाद उन्होंने अमेरिका के पेनसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी के व्हॉर्टन स्कूल से एमबीए की डिग्री हासिल की.
एमबीए की पढ़ाई पूरी करने के बाद भारत लौटने पर 2002 में अपने पिता के जन्मदिन 10 फरवरी को सचिन पायलट कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए. इस मौके पर किसान सभा कार्यक्रम का आयोजन किया गया था.
2004 के लोकसभा चुनाव में सचिन पायलट को कांग्रेस की ओर से दौसा से उम्मीदवार घोषित किया गया. उन्होंने बीजेपी के करतार सिंह भड़ाना को करीब 1 लाख 20 हजार वोटों से हराया.
साल 2004 में सचिन ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला की बेटी और उमर अब्दुल्ला की बहन सारा अब्दुल्ला से शादी की. दोनों की लव मैरिज थी और उनकी शादी में काफी मुश्किलें आईं लेकिन बदलते वक्त के साथ सब कुछ ठीक हो गया.
सचिन पायलट और सारा के दो बेटे हैं, जिनके नाम आरान और विहान हैं. राजनीति से हटकर फुरसत के पलों में वह अपनी पत्नी और बच्चों के साथ समय बिताना पसंद करते हैं.
सचिन पायलट भारतीय सेना में कमीशन ऑफिसर भी हैं. वह भारतीय सेना को अपना परिवार मानते हैं. सेना में बतौर कमीशन अधिकारी शामिल होते समय उन्होंने इसे खुद के लिए सम्मान की बात बताया.
सचिन पायलट सोशल मीडिया पर भी काफी सक्रिय रहते हैं. फिलहाल वह इस साल राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटे हैं. हाल में दो लोकसभा और एक विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने बीजेपी को करारी शिकस्त दी.
सचिन पायलट की अगुवाई में मिली इस जीत के बाद कांग्रेस बेहद उत्साहित है. माना जा रहा है कि आगामी विधानसभा चुनाव में अगर कांग्रेस सत्ता पर काबिज होती है तो मुख्यमंत्री पद के लिए सचिन पायलट का नाम आगे किया जा सकता है.
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