हैदराबाद : कोरोना महामारी को देखते हुए हाईकोर्ट ने आदेश दिया था कि गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम को राजभवन में ही किया जाए. लेकिन हाईकोर्ट के आदेश की अवहेलना हुई और कार्यक्रम नहीं हुआ. यह लगातार दूसरा साल है जब गणतंत्र दिवस का सार्वजनिक समारोह नहीं हुआ. तेलंगाना के राज्यपाल मिलसाई सुंदराजन ने राष्ट्रध्वज फहराया […]
हैदराबाद : कोरोना महामारी को देखते हुए हाईकोर्ट ने आदेश दिया था कि गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम को राजभवन में ही किया जाए. लेकिन हाईकोर्ट के आदेश की अवहेलना हुई और कार्यक्रम नहीं हुआ. यह लगातार दूसरा साल है जब गणतंत्र दिवस का सार्वजनिक समारोह नहीं हुआ. तेलंगाना के राज्यपाल मिलसाई सुंदराजन ने राष्ट्रध्वज फहराया लेकिन सीएम चंद्रशेखर राव अनुपस्थित रहे. सीएम कहीं दूसरी जगह पर शिलान्यास करने चले गए थे.
राज्यपाल मिलसाई सुंदरजान सीएम के न आने से काफी नाराज दिखे उन्होंने कहा कि चंद्रशेखर राव ने संविधान का अपमान किया है. राज्यपाल ने यहां तक कह दिया कि तेलंगाना के इतिहास में लिखा जाएगा की सीएम ने संविधान का सम्मान नहीं किया.
तेलंगाना के राज्यपाल ने कहा कि गणतंत्र दिवस की गतिविधि को कम करके आंका. यहां कोई भी सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं हुआ है. सीएम ने केंद्र सरकार के दिशा निर्देश के खिलाफ जाकर सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं किया. सीएम चंद्रशेखर राव चाहते थे कि हम राजभवन में ही झंडा फहराऊं और कोई भी सार्वजनिक भागीदारी न हो.
राजभवन में कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल सुंदरराजन से RRR मूवी के नाटू-नाटू गाने का कंपोजर कीरावानी और गीतकार चंद्रबोस को सम्मानित किया. यह गाना हाल ही में ऑस्कर के लिए नॉमिनेट हुआ है. इस गाने को इस महीने ग्लोब अवॉर्ड भी मिला था.
सीएम चंद्रशेखर राव गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम में तो शामिल नहीं हुए लेकिन सिकंदराबाद में विरूला सैनिक स्मारक के शिलान्यास कार्यक्रम में शामिल हुए. राज्यपाल और सरकार के बीच इतनी ज्यादा तनातनी चल रही है कि गणतंत्र दिवस पर राज्यपाल द्वारा पढ़े जाने वाले भाषण को भी सरकार ने नहीं भेजा. सरकार के साथ इतनी तल्खी है कि राज्यपाल सदनों को संबोधित नहीं करेंगी.
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