उत्तराखंड के हल्द्वानी के हेमंत गोनिया ने नगर निगम में आरटीआई फाइल कर कुछ सवालों के जवाब मांगे थे जिसके बदले में निगम से उन्हें कहा कि उनके द्वारा मांगी गई जानकारी के प्रिंट आउट के लिए उन्हें 1.49 लाख रुपये का भुगतान करना पड़ेगा. जिस पर गोनिया का कहना है कि भविष्य में वे ऐसी जानकारी ना मांगे इसलिए उन्हें परेशान किया जा रहा है.
हल्द्वानीः देवभूमि उत्तराखंड के हल्द्वानी में एक आरटीआई कार्यकार्ता से सूचना के बदले एक लाख 49 हजार रुपये का भुगतान करने को कहा गया. दरअसल हेमंत गोनिया नाम के शख्स ने नगर निगम से नगरपालिका के टैक्स डिफॉल्टर्स और उनके खिलाफ हुई कार्रवाई पर जानकारी मांगी थी जिसके प्रिंट आउट की लागत के रूप ने नगर निगम ने उनसे 1.49 लाख रुपये के भुगतान की मांग की. जिसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई है.
हेमंत गोनिया ने नगर निगम से पूछा था कि कितने दुकानदारों ने नगर पालिका को किराए का भुगतान नहीं किया और उनके खिलाफ क्या एक्शन लिया गया. जिसके बाद नगर निगम ने गोनिया से एक लाख रुपये से ज्यादा का भुगतान करने को कहा. निगम ने 7 सितंबर को गोनिया से कहा कि 1.49 लाख रुपये का भुगतान करें जिससे 73,969 पेजों का प्रिंट आउट निकालकर उन्हें दिया जाए. बताया गया है कि एक पेज के प्रिंट आउट में दो रुपये की लागत आएगी. निगम के अधिकारियों का कहना है कि कुल लागत 149,288 रुपये है. जिसमें 135 पूर्ण आकार के कागजात शामिल हैं जिसकी प्रिंटिंग लागत ज्यादा है.
गोनिया का इस मसले पर कहना है कि भविष्य में वे कोई ऐसी जानकारी की मांग ना करें इसलिए उन्हें परेशान किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि वे प्रिंटआउट के लिए इतनी राशि का भुगतान करने में असमर्थ है. साथ ही उन्होंने सवाल भी उठाया कि क्या वर्तमान में पेन ड्राइव या सीडी के माध्यम से सूचना देने का कोई प्रावधान नहीं है या अभी भी डिजिटलीकृत सेवा उपलब्ध नहीं है.
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