RSS Vijayadashami Utsav Highlights: संघ के विजयदशमी उत्सव में बोले मोहन भागवत- राम मंदिर निर्माण के लिए अध्यादेश लाए केंद्र सरकार

RSS Vijayadashami Utsav Highlights: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 93 वे स्थापना दिवस पर नागपुर में आरएसएस के स्वयंसेवकों के पथ संचालन के बाद मोहन भागवत ने संबोधित किया. इस दौरान केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, सामाजिक कार्यकर्ता कैलाश सत्यार्थी मौजूद रहे.

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RSS Vijayadashami Utsav Highlights:  संघ के विजयदशमी उत्सव में बोले मोहन भागवत- राम मंदिर निर्माण के लिए अध्यादेश लाए केंद्र सरकार

Aanchal Pandey

  • October 18, 2018 10:07 am Asia/KolkataIST, Updated 6 years ago

नागपुर. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ गुरुवार को अपना 93वां स्थापना दिवस मना रहा है. आरएसएस ने इस कार्यक्रम में नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी को मुख्य अतिथि के तौर पर बुलाया. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी इस मौके पर मौजूद रहे. इस मौके पर नागपुर में स्वयंसेवकों ने पथ संचलन किया. विजयादशमी के मौके पर संघ का शस्त्र पूजन का कार्यक्रम सबसे खास होता है. कार्यक्रम में बोलते हुए कैलाश सत्यार्थी ने कहा कि उन्हें बुलाकर संघ ने करोड़ों बच्चों का सम्मान किया है.

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण में देरी पर नाराजगी व्यक्त की. उन्होंने कहा कि राम मंदिर को तत्काल बनाया जाना चाहिए क्योंकि यह भारत की एकता के लिए जरूरी है. उन्होंने आगे कहा कि मंदिर निर्माण में राजनीति की वजह से देरी हुई है. आरएसएस प्रमुख ने कहा कि केंद्र में बीजेपी की अगुआई वाली एनडीए सरकार को अयोध्या में अयोध्या राम मंदिर बनाने के लिए एक अध्यादेश लाना चाहिए.

मोहन भागवत ने कहा कि लड़ाई से बचना है तो बलवान बनना ही होगा. यह बात उन्होंने पड़ोसी देश के संदर्भ में कही. भागवत ने कहा कि पड़ोसी देश में सत्ता बदलने के बाद भी सीमा पर हालात हमेशा एक जैसे ही रहते हैं. ऐसे में जरूरी है कि भारत अपने आप को मजबूत बनाए और इतना बलवान बन जाए कि सामने वाले के मन में कुछ भी करने से पहले डर बैठ जाए. उन्होंने कहा कि दुनिया में शांति बनाए रखने के लिए बलवान बनना जरूरी है.

मोहन भागवत ने कहा कि अपनी सेना तथा रक्षक बलों का नीति धैर्य बढ़ाना, उनको साधन-सम्पन्न बनाना, नयी तकनीक उपलब्ध कराना आदि बातों का प्रारम्भ होकर उनकी गति बढ़ रही है. दुनिया के देशों में भारत की प्रतिष्ठा बढ़ने का यह भी एक कारण है. ताकतवर से कोई लड़ना नहीं चाहता. ऐसे में सेना को साधन संपन्न बनाकर दुनिया के सामने देश की ताकत बताए जाने की जरूरत है. इसके बाद कोई भी लड़ने से पहले सोचेगा. भागवत ने कहा कि दुनिया के सामने भारत की छवि पिछले कुछ सालों में काफी बदली है. जो जवान सीमा पर गोली का जवाब गोली से दे रहे हैं उनके परिवार की रक्षा करना हमारा काम होना चाहिए.

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आरएसएस विजयादशमी कार्यक्रम में मोहन भागवत संग मंच साझा करेंगे नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी

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