RPSC Paper Leak: चाय की दुकान से पकड़ा गया RPSC पेपर लीक का पूरा गिरोह, जानिए कैसे हुआ खुलासा

गांधीनगर। राजस्थान में RPSC यानी राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से सैकंड ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा का आयोजन किया जा रहा था। इस परीक्षा को देने के लिए लाखो अभ्यर्थी शनिवार की सुबह जयपुर, जोधपुर, उदयपुर से लेकर जालोर सिरोही और बाड़मेर, जैसलमेर जैसे कई जिलों में परीक्षा देने पहुंच रहे थे। लेकिन इसी […]

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RPSC Paper Leak: चाय की दुकान से पकड़ा गया RPSC पेपर लीक का पूरा गिरोह, जानिए कैसे हुआ खुलासा

SAURABH CHATURVEDI

  • December 27, 2022 11:55 am Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

गांधीनगर। राजस्थान में RPSC यानी राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से सैकंड ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा का आयोजन किया जा रहा था। इस परीक्षा को देने के लिए लाखो अभ्यर्थी शनिवार की सुबह जयपुर, जोधपुर, उदयपुर से लेकर जालोर सिरोही और बाड़मेर, जैसलमेर जैसे कई जिलों में परीक्षा देने पहुंच रहे थे। लेकिन इसी बीच पेपर लीक होने की खबर आती है और पेपर रद्द कर दिया गया है। कुछ ही देर में ये खबर पूरे टीवी चैनल पर चलने लगे।

खुद शिक्षक है आरोपी सुरेश

सीनियर टीचर भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मास्टरमाइंड सुरेश विश्नोई था। ये खुद एक सरकारी शिक्षक है। ये बात जानकर आपको ताजुब्ब होगी की नकल गिरोह को खड़ा करने की तैयारी परीक्षा से मात्र 15 दिन पहले ही शुरु की गई थी। इस गिरोह ने अपने कारनामे को अंजाम देने के लिए अभ्यर्थियों से संपर्क करना शुरु किया। उनहोंने ज्यादातर ऐसे अभ्यर्थी चुने जो किसी न किसी के पहचान में हो या फिर रिश्तदार हों। इस गिरोह ने सभी को पास कराने की 100 फीसदी गांरटी दी। और उनसे ये भी कहा गया कि अब तक हमने कई अभ्यर्थियों की नौकरी लगवाई है।

1 दिन पहले सभी को बुलाया गया

गौरतलब है कि 24 दिसंबर को सीनियर टीचर भर्ती परीक्षा होनी थी, जिसके एक दिन पहले यानी 23 दिसंबर को सारे अभ्यर्थियों को उदयपुर बुलाया गया था। वहां सभी को रात भर बैठा कर पेपर हल करवाया गया। वहीं इसके बाद सुबह इस फर्जी परीक्षा में शामिल सभी अभ्यर्थीयों को एक बस में बैठा कर जालोर रवाना किया गया। इस बस में स्पीकर की भी सुविधा थी ताकि लोगों को आसानी से निर्देशित किया जा सके।

40 लोगों के लिए चाय का ऑर्डर

बता दें कि इस बस में पेपर सॉल्व करने की जिस तरह से तैयारी चल रही थी, उससे बाहर के कुछ व्यक्तियों को शक हुआ। शक होने पर पुलिस को इसके बारे में सूचना दी गई, इसके बाद पुलिस ने बस का पीछा करना शुरु किया। इसके बाद उदयपुर से सिरोही आते समय रास्ते में एक चाय की दुकान पर बस रुकी और यहां एक साथ कुल 40 चाय ऑर्डर किया गया। एक साथ 40 चाय ऑर्डर होने से पुलिस को ये पक्का हो गया की 40 लोग एक ही दल के हैं। इसके बाद मुख्य आरोपी को पकड़ लिया गया और उसने सारे राज खोल दिए।

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