पटना: इस बार गया जिले में बीजेपी के प्रदेश नेता अमित कुमार दांगी और गुरुआ थाना प्रभारी सरफराज इमाम के बीच नवरात्रि के दौरान पूजा पंडाल में बजने वाले एक गाने को लेकर हुई तीखी बहस सुर्खियों में है. इस घटना का ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें दोनों के बीच तकरार […]
पटना: इस बार गया जिले में बीजेपी के प्रदेश नेता अमित कुमार दांगी और गुरुआ थाना प्रभारी सरफराज इमाम के बीच नवरात्रि के दौरान पूजा पंडाल में बजने वाले एक गाने को लेकर हुई तीखी बहस सुर्खियों में है. इस घटना का ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें दोनों के बीच तकरार साफ सुनाई दे रही है.
मामला तब सामने आया जब एक बीजेपी नेता ने पूजा पंडाल में गाना बजने की शिकायत थानेदार से की, लेकिन थानेदार से नाराजगी भरा जवाब मिला. जानकारी के मुताबिक, गया जिले के गुरुआ थाना क्षेत्र के श्री रामबिगहा गांव में नवरात्रि के मौके पर मां दुर्गा की मूर्ति स्थापित की गई थी. पूजा पंडाल में एक गाना बज रहा था, जिसका राजनीतिक झुकाव राजद (राष्ट्रीय जनता दल) की ओर था. गाने के बोल थे ‘अबकी बार जलतो लालटेन छौरी लाठी के जोर पर’ जो राजनीतिक रूप से राजद का समर्थन करता है। बीजेपी के प्रदेश नेता अमित कुमार दांगी ने इस गाने पर आपत्ति जताते हुए थानेदार सरफराज इमाम को फोन कर इसकी शिकायत की.
शिकायत के बाद थानेदार सरफराज इमाम ने गुस्से में बीजेपी नेता को होश में रहने की सलाह दी, जिसके बाद दोनों के बीच बहस और तेज हो गई. इस बातचीत का ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. ऑडियो में बीजेपी नेता अमित कुमार दांगी पूछते हैं कि इस गाने को बजाने की इजाजत किसने दी है? इस पर पुलिस अधिकारी ने जवाब दिया, ‘सतर्क रहें, ज्यादा कुछ न करें, समझे?’वहीं बीजेपी नेता अमित कुमार दांगी ने दावा किया कि यह पूरी घटना राजद विधायक विनय कुमार के इशारे पर हुई है. उनका आरोप है कि पूजा पंडाल में जानबूझकर राजद समर्थित गाने बजाए गए, जिससे इलाके में उन्माद फैलाने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले में थानेदार का व्यवहार भी पक्षपातपूर्ण और उकसाने वाला था.
इस बीच गुरुआ थाने के थानेदार सरफराज इमाम ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि जब वह पूजा स्थल पर पहुंचे तो वहां ऐसा कोई गाना नहीं बज रहा था. उन्होंने बताया कि अमित कुमार दांगी ने उन्हें फोन पर इसकी जानकारी दी थी, लेकिन जांच के दौरान उन्हें कोई आपत्तिजनक गाना नहीं मिला. थानेदार ने यह भी कहा कि उन्हें समझ नहीं आ रहा कि डांगी ने किस आधार पर अनुमति की बात उठायी.
यह घटना राजनीतिक रूप से संवेदनशील हो गई है, क्योंकि एक तरफ बीजेपी नेता इसे राजद समर्थित उन्माद फैलाने की कोशिश बता रहे हैं. उधर, पुलिस और स्थानीय प्रशासन इसे सामान्य शिकायत मान रहा है। इस विवाद के बाद इलाके में सियासी पारा चढ़ गया है. बीजेपी नेता ने इस मामले की शिकायत गया के सीनियर एसपी आशीष भारती से की है.
ये भी पढ़ें: यूपी में आखिर क्यों नहीं थम रहा है हिंसा, कौन रच रहा है साजिश, क्या BJP की जाएगी सत्ता?