Kanvad Yatra: यूपी में चल रहे कांवड़ यात्रा के विवाद में अब योग गुरु बाबा रामदेव ने एंट्री ले ली है। रविवार को बाबा रामदेव ने उत्तर प्रदेश द्वारा कांवड़ यात्रा मार्ग पर दुकानदारों को अपना नाम बाहर लिखवाने के निर्देश का समर्थन करते हुए कहा कि सभी को अपने नाम पर गर्व होना चाहिए।
रहमान को दिक्कत क्यों?
रामदेव ने कहा “अगर रामदेव को अपनी पहचान बताने में दिक्कत नहीं है, तो ‘रहमान’ को भी इससे परेशानी नहीं होनी चाहिए? सभी को अपने नाम पर गर्व होना चाहिए। नाम छिपाने की कोई जरूरत नहीं है, केवल काम में पवित्रता की आवश्यकता है। अगर हमारा काम पवित्र है, तो इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि हम हिंदू हैं, मुस्लिम हैं या किसी और समुदाय से हैं।”
उज्जैन के दुकानदार भी नाम बताएं
उत्तराखंड और यूपी सरकार के कदम के बाद, उज्जैन नगर निकाय ने भी दुकानदारों को अपना नाम प्रदर्शित करने का आदेश दिया है। उज्जैन के मेयर मुकेश टटवाल ने शनिवार को कहा कि इस आदेश की अवहेलना करने पर ₹5,000 का जुर्माना देना होगा। उन्होंने कहा “उज्जैन एक धार्मिक और पवित्र शहर है। लोग यहां धार्मिक आस्था के साथ आते हैं। उन्हें दुकानदार के बारे में सब जानने का अधिकार है जिनसे वे सेवाएं ले रहे हैं।“
विपक्ष ने की निंदा
कई विपक्षी नेताओं ने कांवड़ आदेश का विरोध किया है। AIMIM(एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि यह भारत में मुसलमानों के प्रति बढ़ती नफ़रत को दर्शाता है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा “गुड्डू, छोटू के नाम से क्या पता करना चाहता है प्रशासन।” भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की नेता वृंदा करात ने भी योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधा।
ये भी पढ़ः-नेमप्लेट विवाद पर गिरिराज सिंह ने कहा ,यह मनमोहन सिंह सरकार का कानून है.