जयपुर. राजस्थान के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने सोमवार को घोषणा करते हुए कहा कि अलवर जिले के कमला देवी महाविद्यालय, ढीकवार-मांडल नीमराना परीक्षा केन्द्र में रीट (REET Exam) परीक्षार्थियों की पहली शिफ्ट की परीक्षा फिर से होगी। उन्होंने बताया कि 26 सितंबर को यहां रीट के प्रश्न पत्र कुछ देरी से पहुंचे थे। […]
जयपुर. राजस्थान के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने सोमवार को घोषणा करते हुए कहा कि अलवर जिले के कमला देवी महाविद्यालय, ढीकवार-मांडल नीमराना परीक्षा केन्द्र में रीट (REET Exam) परीक्षार्थियों की पहली शिफ्ट की परीक्षा फिर से होगी। उन्होंने बताया कि 26 सितंबर को यहां रीट के प्रश्न पत्र कुछ देरी से पहुंचे थे। तो कुछ परीक्षार्थियों ने हंगामा किया।
हालांकि उन्हें एक्स्ट्रा टाइम देने की बात कही गई थी लेकिन वो नहीं माने। उन्होंने पेपर का बहिष्कार किया। दूसरी शिफ्ट की रीट परीक्षा के पेपर का संचालन सफलतापूर्वक करा लिया गया था। इस परीक्षा केंद्र के करीब 600 बच्चों की रीट की परीक्षा का पहली पारी के पेपर अब दोबारा कराया जाएगा। नोडल एजेंसी से बात करके जल्द ही नई तिथि घोषित कर दी जाएगी।
अलवर में रीट परीक्षा केंद्र पर हंगामे के मामले पर डोटासरा ने कहा, ‘मैंने चेयरमैन और सेक्रेटरी से बात की है, उनका कहना है कि जो सेंटर पूरा का पूरा रह गया था, उसका पेपर हम जल्दी से जल्दी बनाकर दोबारा परीक्षा ली जाएगी। दोबारा परीक्षा लेने के बाद रिजल्ट जारी किया जाएगा। अगर कोई विभाग के ऊपर बात आती है तो उसकी जांच कमिटी हम बनाएंगे।’
आपको बता दें कमला देवी महाविद्यालय के रीट परीक्षा सेंटर में प्रथम पारी के प्रश्न पत्र देरी से पहुंचे। जब देरी से परीक्षार्थियों को प्रश्नपत्र मिला तो हंगामा शुरू हो गया। परीक्षार्थी ओएमआर सीट और पेपर लेकर सेंटर के बाहर निकल आए और जमकर हंगामा करने लगे। परीक्षार्थियों ने कॉलेज प्रबंधन पर पेपर लीक करने और फर्जी परिक्षार्थियों को बैठाने का आरोप लगाते हुए परीक्षा का बहिष्कार कर दिया। ओएमआर सीट और पेपर के अलग अलग नम्बर होने पर अभ्यर्थियों ने पेपर आउट होने की अफवाह फैलाकर जमकर बवाल किया। इसके बाद जिला कलेक्टर नन्नू मल पहाड़िया और भिवाड़ी एसपी राममूर्ति जोशी मौके पर पहुंच गए।
परीक्षा केंद्र पर हुए हंगामे को लेकर अलवर के कलेक्टर नन्नुमल पहाड़िया ने बताया कि किसान आंदोलन के कारण परीक्षा में 15 मिनट की देरी हुई। कुछ बच्चों ने पेपर लीक होने की अफवाह फैलाई। उन्होंने परीक्षा का बहिष्कार किया।
अलवर के कलेक्टर ने कहा कि वे दूसरे बच्चों को भी उकसा कर बाहर लेकर आए। पहला पेपर फिर से लिया जाएगा। जिन बच्चों ने पेपर लीक होने की अफवाह फैलाई हैं उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाएगी। कोई नकल नहीं हुई है। ये लोग माहौल ख़राब कर रहे हैं।
गौरतलब है कि राजस्थान की सबसे बड़ी परीक्षा रीट रविवार को दो पारियों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच संपन्न हुई। परीक्षा में नकल रोकने के लिये कुछ जिलों में इंटरनेट सेवाओं को निलंबित रखा गया। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित परीक्षा के लिये राज्य के सभी 33 जिलों में कुल 3,993 परीक्षा केन्द्र बनाए गए थे। इस परीक्षा के लिये 16.51 लाख उम्मीदवारों ने पंजीकरण कराया था।