मुंबई। शिवसेना यूबीटी के नेता संजय राउत ने रविवार को विरोधियों को निशाने पर लिया। रविवार को संजय राउत ने कहा कि मुंबई के शिवाजी पार्क में आयोजित होने वाली वार्षिक दशहरा रैली एक परंपरा रही है और ये पांच दशक से अधिक पुरानी विरासत है। राउत ने मीडिया से बातचीत में दावा किया कि […]
मुंबई। शिवसेना यूबीटी के नेता संजय राउत ने रविवार को विरोधियों को निशाने पर लिया। रविवार को संजय राउत ने कहा कि मुंबई के शिवाजी पार्क में आयोजित होने वाली वार्षिक दशहरा रैली एक परंपरा रही है और ये पांच दशक से अधिक पुरानी विरासत है। राउत ने मीडिया से बातचीत में दावा किया कि दशहरा रैली में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे का संबोधन 2024 में राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर ‘बदलाव की शुरुआत’ होगा। राज्यसभा सांसद राउत ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे द्वारा आयोजित की जा रही दशहरा रैली को ‘डुप्लीकेट’ बताते हुए दावा किया कि यह केवल ‘बीजेपी में डुप्लीकेट लोगों’ को स्वीकार्य है। शिवसेना (यूबीटी) अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री ठाकरे मंगलवार को यहां दादर इलाके में प्रसिद्ध शिवाजी पार्क में दशहरा रैली को संबोधित करेंगे, जबकि सीएम शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने दक्षिण मुंबई के आजाद मैदान को अपनी रैली आयोजित करने के लिए चुना है।
अगले साल लोकसभा चुनाव और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव होने हैं। संजय राउत ने कहा कि दशहरा रैली में उद्धव ठाकरे का भाषण 2024 में राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर बदलाव की शुरुआत होगी। राउत ने आगे कहा कि ठाकरे की दशहरा रैली एक परंपरा रही है और यह पांच दशकों से भी ज्यादा समय की विरासत है। संजय ने कहा कि पहले इसे बालासाहेब ठाकरे संबोधित करते थे और बाद में उद्धवजी। राउत ने दावा किया कि बीजेपी नेता यह जानने के इच्छुक हैं कि उद्धव ठाकरे अपने संबोधन में क्या रुख अपनाते हैं।
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस की ओर से ड्रग किंगपिन ललित पाटिल को लेकर ठाकरे गुट पर लगाए गए आरोप पर भी शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने जवाब दिया। उन्होंने कहा कि इस व्यक्ति (ललित पाटिल) का शिवसेना से कोई भी संबंध नहीं है। राउत ने कहा कि आपके मंत्रिमंडल में दादाजी भुसे नाम का एक आदमी है। वह उस व्यक्ति को शिवसेना में ले आए थे और उसे अपना ‘खास आदमी’ बताया था। उन्होंने आगे कहा था कि वह आदमी बीजेपी में जा रहा था लेकिन वे उसे यहां ले आए। राउत ने वह कभी शिवसेना के सदस्य नहीं बने।