नई दिल्ली। चूहों को लेकर अक्सर अजीबोगरीब घटनाएं सामने आ चुकी हैं। इसी बीच एक बार फिर चूहों के बारे में हैरान करने वाली न्यूज सामने आई है। बता दें कि ये मामला झारखंड के धनबाद जिले का है, जहां एक पुलिस स्टेशन में जब्त और संग्रहीत 10 किलो भांग और नौ किलो गांजा को […]
नई दिल्ली। चूहों को लेकर अक्सर अजीबोगरीब घटनाएं सामने आ चुकी हैं। इसी बीच एक बार फिर चूहों के बारे में हैरान करने वाली न्यूज सामने आई है। बता दें कि ये मामला झारखंड के धनबाद जिले का है, जहां एक पुलिस स्टेशन में जब्त और संग्रहीत 10 किलो भांग और नौ किलो गांजा को नष्ट करने का जिम्मेदार चूहों को ठहराया गया। इसम मामले में एक वकील ने रविवार को बताया कि पुलिस ने मामले की जानकारी जिले की एक कोर्ट को दी। कोर्ट द्वारा राजगंज थाने के प्रभारी अधिकारी को छह वर्ष पहले जब्त किए गए भांग तथा गांजा को पेश करने का निर्देश दिए जाने के बाद पुलिस ने शनिवार को जिला न्यायाधीश राम शर्मा को रिपोर्ट सौंपी।
पुलिस अधिकारी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि थाने के मालखाने में रखे मादक पदार्थों को चूहों ने पूरी तरह से नष्ट कर दिया। अधिकारी ने कहा कि इस मामले में थाने में मामला दर्ज किया गया था। बता दें कि राजगंज पुलिस ने 14 दिसंबर 2018 को 10 किलो भांग और नौ किलो गांजा जब्त करने के साथ शंभू प्रसाद अग्रवाल और उसके बेटे को अरेस्ट किया था। उनके खिलाफ थाने में केस भी दर्ज किया गया था।
सुनवाई के दौरान कोर्ट ने मामले के जांच अधिकारी जयप्रकाश प्रसाद को जब्त भांग तथा गांजा को छह अप्रैल को कोर्ट में पेश करने का आदेश दिया था। मामले में बचाव पक्ष के वकील अभय भट्ट ने कि जयप्रकाश प्रसाद शनिवार को राजगंज पुलिस थाना प्रभारी के आवेदन के साथ कोर्ट में पेश हुए, जिसमें कहा गया कि चूहों ने सभी जब्त पदार्थ को नष्ट कर दिया। भट्ट ने आगे कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि उनके मुवक्किल को झूठे केस में फंसाया गया, क्योंकि पुलिस जब्त की गई सामग्री प्रदर्शित नहीं कर सकी।