नाबालिग से रेप के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे कथावाचक आसाराम बापू ने उम्र और स्वास्थ्य का हवाला देते हुए राजस्थान के राज्यपाल के पास दया की अर्जी लगाई है. आसाराम की दया याचिका को राजभवन ने जोधपुर केंद्रीय जेल प्रशासन को भेज दिया है. जेल ने पुलिस प्रशासन से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है.
जोधपुर. नाबालिग से बलात्कार के दोषी आसाराम ने अपनी उम्र का हवाला देते हुए राजस्थान के राज्यपाल के पास दया याचिका भेजी है. राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह के पास भेजी गई सजा कम करने की अर्जी में कहा गया है कि उनकी उम्र और स्वास्थ्य को देखते हुए उनकी उम्रकैद की सजा को कम कर दिया जाए. आसाराम को नाबालिग लड़की के साथ रेप के मामले में दोषी ठहराते हुए जोधपुर कोर्ट ने 25 अप्रैल को उम्रकैद की सजा सुनाई थी.
आसाराम पर उसके आश्रम के स्कूल में पढ़ने वाली एक नाबालिग छात्रा ने रेप का आरोप लगाया था. इसकी शिकायत दिल्ली के कमलानगर थाने में दर्ज कराई गई थी. शाहजहांपुर की छात्रा के पेरेंट्स ने साल 2013 में आसाराम की शिकायत दिल्ली में दर्ज कराई थी. इसके बाद आसाराम को गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया गया था. इसके बाद आसाराम के बारे में एक से एक सनसनीखेज मामले खुलने शुरू हो गए.
इस मामले में निचली अदालत द्वारा सजा सुनाए जाने के बाद आसाराम ने दो जुलाई को राजस्थान हाई कोर्ट में भी अपील की थी. राजस्थान हाई कोर्ट ने आसाराम की अर्जी को अभी तक सुनवाई के लिए सूचीबद्ध नहीं किया है. इस बीच राजभवन ने आसाराम की उम्रकैद में रियायत के लिए दया याचिका लगाने की पुष्टि कर दी है. राजभवन की तरफ से बताया गया है कि यह याचिका राजभवन ने गृह मंत्रालय और फिर वहां से जोधपुर केंद्रीय जेल प्रशासन को भेज दी गई है. जोधपुर केंद्रीय कारागार के अधीक्षक कैलाश त्रिवेदी कहा कि हमने इस मामले पर जिला और पुलिस प्रशासन से विस्तृत रिपोर्ट देने को कहा है. अब आसाराम का भविष्य इस याचिका पर भी काफी हद तक निर्भर है.
दिल्ली में नाबालिग लड़की से यौन शोषण के मामले में बाबा नब्बे भगत मंदिर से गिरफ्तार