लखनऊः यूपी के लखीमपुर जिले में दुष्कर्म और छेड़छाड़ की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है। हाल ही में दो नाबालिग बहनों की रेप के बाद हत्या का मामला सुर्खियों में था। और अब एक और मन को झकझोर देने वाली घटना सामने आई है। जबरदस्ती करने का प्रयास मिली सूचना के आधार […]
लखनऊः यूपी के लखीमपुर जिले में दुष्कर्म और छेड़छाड़ की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है। हाल ही में दो नाबालिग बहनों की रेप के बाद हत्या का मामला सुर्खियों में था। और अब एक और मन को झकझोर देने वाली घटना सामने आई है।
मिली सूचना के आधार पर घटना है कि मुस्लिम समुदाय के दो युवकों द्वारा एक किशोरी से छेड़छाड़ के बाद बुरी तरह पिटाई की गई। जिससे बीते शुक्रवार को उसकी मौत हो गई। मामले में 12 सितंबर को मृत किशोरी अपने घर पर अकेली थी। उसी दौरान गांव के करीमुद्दीन और यूसुफ उसके घर में घुस आए। और उसके साथ छेड़छाड़ करने लगे। किशोरी ने जब इसका विरोध किया तो आरोपियों ने उसकी जमकर पिटाई कर दी। इस बीच उसकी मां पहुंच गई। आरोपी ने उसके मां के साथ भी मारपीट किया और मौके से भाग निकले।
जब लड़की का भाई घर पहुंचा तो उसे घटना की जानकारी दी गई। वह अपने परिजन के साथ पीड़िता को लेकर आरोपियों की शिकायत करने पहले पडरिया पुलिस थाने गए, उसके बाद बिजुआ पुलिस चौकी और अंत में इसके बाद परिवार बेटी को लेकर भीरा थाने पहुंचा। फिर भी परिवार ने पुलिस पर लगाते कहा कि उन्होनें संतोषजनक कारवाई नहीं की। वहीं पुलिस ने शनिवार को मृतक का पोस्टमार्टम होने के बाद जेसीबी से गड्ढा खुदवाकर शव को दफना दिया।
लड़की की मां ने आरोप लगाते हुए कहा कि दरोगा ने उनके साथ डांट-डपट किया। और पुलिस ने उसकी बेटी का मेडिकल टेस्ट भी नहीं कराया। साथ ही पूछताछ के लिए किसी महिला पुलिसकर्मी को बयान के लिए नहीं बुलाया। परिजन के अनुसार पुलिस ने मामले में मारपीट, जान से मारने की धमकी देने का मामला दर्ज कर आरोपियों को छोड़ दिया था। 16 सितंबर को लड़की की हालत ज्यादा बिगड़ गई। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
घटना में परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया। मामले की जानकारी होते ही एडीएम, एसडीएम और एडिशनल एसपी समेत कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची। वहीं पुलिस अफसरों ने परिवार को समझा-बुझाकर लड़की के शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेजा। मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए गोला तहसील के एसडीएम अनुराग सिंह ने बताया कि 12 सितंबर को मारपीट घटना हुई, जिस संबंध में मुकदमा लिखा गया था। वहीं 16 सितंबर को लड़की तबीयत खराब होने लगी। उसे 3:00 बजे इलाज के लिए सीएचसी भेजा गया है। जहां ईलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। मौत के कारणों को पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता लगेगा।
थाना प्रभारी ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पोस्टमार्टम के बाद युवती का शव उसके घर लाया गया।
मामला का सांप्रदायिक रूप लेने के डर से पुलिस ने तुरंत जेसीबी मंगवाकर गड्ढा खुदवाया और जेसीबी की मदद से शव को दफना दिया।