चंडीगढ़: वैसे अगर हरियाणा विधानसभा चुनाव में देखा जाए तो कई सीटों पर अपने ही परिवारों के बीच लड़ाई है, लेकिन रानिया विधानसभा सीट पर दादा पोते के बीच टक्कर की लड़ाई है.
चंडीगढ़: वैसे अगर हरियाणा विधानसभा चुनाव में देखा जाए तो कई सीटों पर अपने ही परिवारों के बीच लड़ाई है, लेकिन रानिया विधानसभा सीट पर दादा पोते के बीच टक्कर की लड़ाई है, यहां देवी लाल के परिवार के लोग आपस में ही लड़ रहे हैं. इस सीट पर बीजेपी-कांग्रेस खाता खोलने की कोशिश में है, जबकि इनेलो अपनी सीट वापसी करने की कोशिश में है.
वहीं रानिया विधानसभा सीट से बीजेपी ने शिशपाल कंबोज को मैदान में उतारा है, जबकि कांग्रेस ने सर्वमित्र कंबोज को खड़ा किया है जो एक पत्रकार हैं, इस इलाके में उनका काफी चल चलाव हैं. वहीं इनेलो से वरिष्ठ नेता अभय चौटाला के बेटे अर्जुन चौटाला मैंदान में उतरे है, जबकि निर्दलीय के रूप में रणजीत सिंह चौटाला है. रणजीत चौटाला पिछली बार रणजीत चौटाला निर्दलीय ही जीते थे.
आपको बता दें कि रानिया विधानसभा सीट पर चौटाला परिवार का दबदबा रहा है, यहां से चौटाला परिवार के लोग ही जीतते रहे हैं. इस बार रानिया सीट से चौधरी देवीलाल के तीसरे बेटे और ओम प्रकाश चौटाला के छोटे भाई रणजीत सिंह चौटाला निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं बीजेपी से टिकट नहीं मिलने के बाद रणजीत चौटाला निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि इनेलो ने अभय चौटाला के बेटे अर्जुन चौटाला को टिकट देखर मैदाना में उतारा है, जो रिश्ते में रणजीत चौटाले के पोते लगेंगे. दोनों चौधरी देवी लाल के परिवार से हैं.