Ayodhya Ram Mandir: मंदिर के गर्भ गृह में इस दिन विराजमान होंगे रामलला, सामने आई तारीख

अयोध्या: अयोध्या के निर्माणाधीन भगवान रामलला के मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा को लेकर खबर सामने आई है. जहां वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने रामलला मंदिर के मंदिर गर्भगृह विराजमान होने की तारीख का ऐलान कर दिया है. सुरेश कुमार खन्ना ने बताया है कि प्राण प्रतिष्ठा की तिथि 22 जनवरी तय की गई है. […]

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Ayodhya Ram Mandir: मंदिर के गर्भ गृह में इस दिन विराजमान होंगे रामलला, सामने आई तारीख

Riya Kumari

  • April 28, 2023 5:00 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

अयोध्या: अयोध्या के निर्माणाधीन भगवान रामलला के मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा को लेकर खबर सामने आई है. जहां वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने रामलला मंदिर के मंदिर गर्भगृह विराजमान होने की तारीख का ऐलान कर दिया है. सुरेश कुमार खन्ना ने बताया है कि प्राण प्रतिष्ठा की तिथि 22 जनवरी तय की गई है. इसके बाद से ही संतों में गजब का उत्साह दिखाई दे रहा है.

बड़ी खुशी का दिन- पीठाधीश्वर जगतगुरु

तपस्वी छावनी के पीठाधीश्वर जगतगुरु आचार्य ने कहा कि जो लोग भगवान रामलला के मंदिर निर्माण को लेकर कहते थे कि मंदिर वहीं बनाएंगे तिथि नहीं बताएंगे उन्हें बता दें आज उसकी तारीख भी मुकर्रर की गई है. भगवान मंदिर के गर्भगृह में 22 जनवरी को रामलला विराजमान होंगे. मंदिर निर्माण का कार्य भी अब पूरा होने वाला है. जिसकी तारीख भी अब निश्चित हो चुकी है. जगतगुरु आगे कहते हैं कि इससे बड़ी खुशी का दिन राम भक्तों के लिए कोई और नहीं हो सकता. अनेकों राम भक्तों ने राम मंदिर के लिए कुर्बानी दी है जिन राम भक्तों का सम्मान होना चाहिए.

 

नेपाल में मिली शालिग्राम शिला

जिओलॉजिकल और आर्केलॉजिकल वैज्ञानिकों की देखरेख में 26 जनवरी को 26 टन और 14 टन के दो पत्थरों को 2 ट्रकों पर लोड किया गया था। दोनों शिलाओं के साथ सौ से अधिक कार्यकर्ताओं का जत्था भी साथ चल रहा है. रास्ते में जगह-जगह इन ट्रकों को रोककर श्रद्धालुओं को शिलाओं के दर्शन भी कराए जा रहे हैं. नेपाल में जिन-जिन रास्तों से ये पत्थर गुजर रहे हैं श्रद्धालुओं की भारी भीड़ वहां जमा हो रही है। हर कोई इन पत्थरों को छूना चाहता है। अपने आराध्य को नमन करना चाहता है.

मकर संक्रांति तक होगी तैयार

2 फरवरी तक यह पत्थर अयोध्या की कार्यशाला तक पहुंच जाएंगे। शिलाओं के अयोध्या पहुंचने के बाद श्रीराम मंदिर ट्रस्ट अपना काम प्रारंभ करेगा। शालिग्राम पत्थर से बनने वाले श्रीराम लला और माता सीता की प्रतिमा को अगले साल मकर संक्रांति तक तैयार कर लिया जाएगा। वैज्ञानिकों की माने तो शालिग्राम पत्थर बेहद मजबूत होता है। जो शालिग्राम शिलाएं नेपाल से भारत लाई जा रही हैं वो करोड़ों वर्ष पुरानी हैं।

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