Howrah Violence: डायवर्ट किया गया था रामनवमी का जुलूस? दावों पर VHP का पलटवार

हावड़ा: पश्चिम बंगाल के हावड़ा में हुई हिंसा ने अब पूरे देश का सियासी पारा बढ़ा दिया है. इस पूरी घटना को लेकर बंगाल शासित TMC और भाजपा आमने-सामने आ गई है. आरोप प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है जहां इस समय हावड़ा साऊथ इलाके में धारा-144 लगा दी गई है. इसी बीच […]

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Howrah Violence: डायवर्ट किया गया था रामनवमी का जुलूस? दावों पर VHP का पलटवार

Riya Kumari

  • March 31, 2023 10:40 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

हावड़ा: पश्चिम बंगाल के हावड़ा में हुई हिंसा ने अब पूरे देश का सियासी पारा बढ़ा दिया है. इस पूरी घटना को लेकर बंगाल शासित TMC और भाजपा आमने-सामने आ गई है. आरोप प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है जहां इस समय हावड़ा साऊथ इलाके में धारा-144 लगा दी गई है. इसी बीच पुलिस ने एक लेटर जारी किया है जो 21 मार्च को जारी किया गया था. इस लेटर को यात्रा के लिए जारी किया था जिसके अनुसार वीएचपी और अंजनी पुत्र सेना (Anjani Putra Sena) को उस रूट पर जाने की अनुमति ही नहीं दी गई थी, जहां से रामनवमी के दिन रैली निकाली गई. ऐसे में शोभायात्रा के संयोजकों पर सवाल उठ रहे हैं. इसी बीच VHP नेता इंद्रदेव दुबे ने भी इन आरोपों पर पलटवार किया है.

hawra letter

‘दशक से इसी रुट पर निकाल रहे यात्रा’

इंद्रदेव दुबे ने पुलिस के इस लेटर पर कहा कि 6 किलोमीटर के इसी रूट से पिछले दस वर्षों से यात्रा निकल रही है. हमने यात्रा से पहले रास्ते में पड़ने वाले सभी थानों, पुलिस कमिश्नर ऑफिस और अन्य संबंधित लोगों को सूचित भी किया था. इसमें पहले ही उन्हें रूट के बारे में बता दिया गया था. उस 100 मीटर क्षेत्र में रहने का इस दौरान विशेष रूप से अनुरोध भी किया था, जहां पिछले साल भी पथराव हुआ था.

इस पूरी हिंसा को लेकर पश्चिम बंगाल में सीएम ममता बनर्जी के भतीजे और TMC नेता अभिषेक बनर्जी ने भी बयान दिया है. उन्होंने बताया है कि पुलिस से इस जुलूस को लेकर परमिशन नहीं ली गई थी. जुलूस के आयोजकों ने अनुमति लेने के लिए आवेदन किया था लेकिन उन्होंने सूचना या आवेदन अनुमति देने के लिए उनके दस्तावेज पर्याप्त नहीं थे. वह आगे कहते हैं कि उनसे पुलिस ने कुछ शर्तों का पालन करने के लिए कहा था लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया. वहीं हिंसा को लेकर सीएम ममता बनर्जी ने कहा था कि यात्रा में शामिल लोग उस क्षेत्र में प्रवेश कर गए थे जहां अनुमति देने से इनकार कर दिया गया था.

कहां-कहां हुई हिंसा

गुजरात के वडोदरा,पश्चिम बंगाल के हावड़ा-इस्लामपुर, महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर-जलगांव और उत्तर प्रदेश के लखनऊ में दो समुदायों के बीच झड़प के बाद पथराव और आगजनी की घटनाएं हुईं। इसके साथ ही बिहार के सासाराम और नालंदा में भी हिंसा हुई है। यहां शोभयात्रा को लेकर दो गुटों के बीच पत्थरबाजी हुई। वहीं घरों पर बम चलाए गए, हालात इतने बिगड़ गए थे कि पुलिस को फायरिंग करनी पड़ी। इस दौरान दो लोग घायल हो गए।

अब तक तीन राज्यों में 80 लोगों को हिरासत में ले लिया गया है। जिसमें गुजरात से 24, महाराष्ट्र से 20 और बंगाल से 36 लोगों को हिरासत में लिया है। इस घटना की जानकारी गृहमंत्री अमित शाह ने राज्यपाल से ली है।

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