अयोध्या/लखनऊ: उत्तर प्रदेश कांग्रेस के नेताओं की अयोध्या यात्रा पर हनुमान गढ़ी के महंत राजू दास ने निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि यह कांग्रेस का कालनेमी वाला रूप है. कांग्रेस को गिरगिट की तरह रंग बदलना आता है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राम मंदिर के मुद्दे पर कुछ लोगों ने तथाकथित […]
अयोध्या/लखनऊ: उत्तर प्रदेश कांग्रेस के नेताओं की अयोध्या यात्रा पर हनुमान गढ़ी के महंत राजू दास ने निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि यह कांग्रेस का कालनेमी वाला रूप है. कांग्रेस को गिरगिट की तरह रंग बदलना आता है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राम मंदिर के मुद्दे पर कुछ लोगों ने तथाकथित धर्माचार्यों को आगे किया है. मंदिर-मस्जिद तो कहीं और बनाया जा सकता था. लेकिन ये हमारे प्रभु श्री राम के जन्मस्थान की बात है. ये उनके जन्मभूमि की बात थी. राजू दास ने आगे कहा कि हमारे पूर्वजों का संघर्ष रंग लाया है.
इससे पहले बीते दिनों उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय राय मकर संक्रांति के अवसर पर अयोध्या पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने पार्टी नेताओं के साथ सरयू नदी में स्नान किया. अजय के साथ प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे, राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा और अखिलेश प्रताप सिंह ने भी सरयू नदी में स्नान किया.
इस दौरान कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि मकर संक्रांति के अवसर पर हम सभी नेताओं ने सरयू में डुबकी लगाई है. अयोध्या सबकी है, भगवान राम सबके हैं. भारतीय जनता पार्टी के लोग हमें ये न बताएं कि किसे अयोध्या आना है और किसे नहीं. इसके साथ ही अविनाश पांडेय ने 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर कहा कि हम क्यों जाएं, यह उनका (बीजेपी वालों) का राजनीतिक कार्यक्रम है.
बता दें कि अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम होने वाला है. जिसमें शामिल होने के लिए लोगों को आमंत्रित किया जा रहा है. इस बीच बुधवार को कांग्रेस पार्टी ने राम मंदिर प्रतिष्ठा कार्यक्रम का निमंत्रण ठुकरा दिया. कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर एक पत्र शेयर किया है, जिसमें समारोह में न शामिल होने का कारण बताया गया है. इस पत्र में कांग्रेस ने लिखा है कि धर्म एक निजी मामला है, लेकिन भाजपा/आरएसएस ने मंदिर के उद्घाटन कार्यक्रम को राजनीतिक इवेंट बना लिया है. बता दें कि कांग्रेस के अलावा विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A के कई अन्य घटक दल भी प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने से इनकार कर चुके हैं.
राजनीतिक फंक्शन बन चुका है 22 तारीख का कार्यक्रम… राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा पर बोले राहुल गांधी