Rajasthan Election 2023: राजस्थान में वोट प्रतिशत बढ़ा, किसकी बनेगी सरकार ? जानें क्या कहता है इतिहास

नई दिल्ली। राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए 199 सीटों पर शनिवार को वोटिंग हुई। चुनाव आयोग के अनुसार, इस बार 0.9 फीसदी अधिक मतदान हुआ है। सूबे में कुल 74.96 प्रतिशत वोटिंग हुई है। राज्य में वोटिंग प्रतिशत घटने या बढ़ने का एक ट्रेंड चलता रहा है। हर बार मतदान प्रतिशत बढ़ने‌ का लाभ भाजपा […]

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Rajasthan Election 2023: राजस्थान में वोट प्रतिशत बढ़ा, किसकी बनेगी सरकार ? जानें क्या कहता है इतिहास

Arpit Shukla

  • November 26, 2023 12:42 pm Asia/KolkataIST, Updated 12 months ago

नई दिल्ली। राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए 199 सीटों पर शनिवार को वोटिंग हुई। चुनाव आयोग के अनुसार, इस बार 0.9 फीसदी अधिक मतदान हुआ है। सूबे में कुल 74.96 प्रतिशत वोटिंग हुई है। राज्य में वोटिंग प्रतिशत घटने या बढ़ने का एक ट्रेंड चलता रहा है। हर बार मतदान प्रतिशत बढ़ने‌ का लाभ भाजपा को मिला है और घटने का लाभ कांग्रेस को मिला है। इस बार के मतदान प्रतिशत के क्या कुछ मायने होंगे आइए हम आपको विस्तार से बताते हैं।

बीजेपी को हो सकता है फायदा

राजस्थान में पिछले 5 चुनावों के रिकॉर्ड को देखें तो हर पांच साल में सरकार बदलने का रिवाज चला आ रहा है। पिछले 20 वर्ष का वोटिंग ट्रेंड यह भी कहता है कि जब भी मतदान प्रतिशत घटा है तो इसका सीधा फायदा कांग्रेस को मिला है, वहीं वोटिंग अधिक होती है तो इसका लाभ भाजपा को मिलता है। 3 नवंबर को चुनाव के नतीजे का सभी कोे इंतजार है। इसमें पुराने ट्रेंड के बरकरार रहने या बदलने की स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।अब चुनाव के बाद दावा किया जा रहा है कि अधिक वोटिंग का लाभ भाजपा को हो सकता है।

मतदान बढ़ने से बीजेपी का फायदा

राजस्थान का 20 वर्षों का चुनावी इतिहास कहता है कि विधानसभा चुनाव में यदि मतदान प्रतिशत कम हुआ है तो कांग्रेस की सरकार बनी है। साल 1998 के चुनाव में 63.39 प्रतिशत वोटिंग हुई थी और कांग्रेस की सरकार बनी थी। गहलोत पहली बार सीएम बने थे। उसके बाद 2003 के चुनाव में 3.79 प्रतिशत वोटिंग बढ़ी थी। 67.18 प्रतिशत मतदान हुआ और भाजपा सरकार बनी। तब वसुंधरा राजे पहली बार सीएम बनीं थीं। प्रदेश में 2008 में 66.25 फीसदी वोटिंग हुई और कांग्रेस की सरकार बनी। उस साल मतदान प्रतिशत 0.93 फीसदी घटा था। तब गहलोत दूसरी बार प्रदेश के सीएम बने थे।

2013 के चुनाव में एक बार फिर 8.79 प्रतिशत मतदान अधिक हुआ और भाजपा की सरकार बनी। राजे दूसरी बार सीएम बनीं थीं। 2018 के चुनाव में 0.98 प्रतिशत कम मतदान हुआ। राज्य में कुल 74.06 प्रतिशत मतदान हुआ था। सूबे में सत्ता का उलटफेर हुआ और कांग्रेस ने सरकार बनाई। अब एक बार फिर मतदान प्रतिशत बढ़ा है। तो क्या BJP की सरकार बनेगी? यह आने वाले तीन दिसंबर को साफ हो जाएगा।

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