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4 फीट ऊपर आकर दोबारा नीचे गिरा बच्चा, बोरवेल में मासूम की मौत

झालावाड़ जिले में सोमवार सुबह करीब 4 बजे रेस्क्यू टीम ने अपने साधनों की मदद से बच्चे को बाहर निकाला, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। उसे बाहर निकालने के बाद डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया।

Child fall in borewell
inkhbar News
  • February 24, 2025 9:30 pm Asia/KolkataIST, Updated 1 month ago

जयपुर : झालावाड़ जिले के डग क्षेत्र के पाड़ला गांव में 23 फरवरी रविवार के दिन एक मासूम की मौत हो गई। बच्चा खेलते समय बोरवेल में गिर गया था. हालांकि जिला प्रशासन के साथ एनडीआरएफ एसडीआरएफ की रेस्क्यू टीम ने बच्चे को सुरक्षित बाहर निकालने का पूरा प्रयास किया, लेकिन बच्चा सोमवार (24 फरवरी) को जिंदगी की जंग हार गया।

 

बोरवेल में गिरा मासूम

आपको बता दें कि रविवार (23 फरवरी) दोपहर डग थाना क्षेत्र के पाड़ला गांव निवासी बालक प्रहलाद पुत्र कालूलाल बागरी अपने माता-पिता के साथ अपने खेत पर गया था। माता-पिता खेत में गेहूं की कटाई कर रहे थे, इसी दौरान बालक प्रहलाद खेत की बाउंड्री के पास खेलते हुए बोरवेल के पास चला गया।

बाहर निकालने का प्रयास किया

बोरवेल पर एक छोटा पत्थर रखा हुआ था, बच्चा उस पर बैठ गया। बैठते ही बच्चा पत्थर सहित बोरवेल में गिर गया। जैसे ही खेत में काम कर रहे माता-पिता और अन्य ग्रामीणों को इसकी जानकारी हुई तो हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही सरपंच ईश्वर सिंह भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों ने बोरवेल में रस्सी डालकर उसे बाहर निकालने का प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं हुए। हालांकि इस दौरान बच्चे के रोने की आवाज भी आ रही थी। ग्रामीणों ने उसे पानी भी पिलाया और करीब 4 फीट ऊपर खींच लिया, लेकिन बच्चा वापस नीचे गिर गया।

 

चलाया बचाव अभियान

रविवार देर शाम एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें भी मौके पर पहुंची और उन्होंने अपने जुगाड़ से बच्चों को बाहर निकालने की काफी कोशिश की, लेकिन असफल रहीं। फिर उन्होंने देसी जुगाड़ उपकरण की मदद से घेरा बनाया और सोमवार देर रात तक बच्चों को बाहर निकालने के प्रयास जारी रहे।

मुआवजे का आश्वासन

रेस्क्यू टीम ने सोमवार सुबह 3:50 बजे बच्चों को बाहर निकाला। बच्चा बेहोशी की हालत में था, लेकिन डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। सोमवार सुबह पुलिस ने बच्चे का डग अस्पताल की मोर्चरी में पोस्टमार्टम करवाकर उसे परिजनों को सौंप दिया और संबंधित कार्रवाई शुरू कर दी। जिला कलेक्टर ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से जो भी सहायता राशि उपलब्ध होगी, उसे बच्चे के परिजनों को दिलाने का पूरा प्रयास करेंगे।

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