रैली में फायर करने से रोकने पर भड़की ब्राह्मण सभा, दलित SHO को मांगनी पड़ी माफी

राजस्थान में परशुराम रैली निकाल रहे सर्व ब्राह्मण सभा की रैली में एक दलित थाना अधिकारी ने हवाई फायर कर रहे एक युवक से बंदूक छीन ली. बाद में भीड़ ने थाने में एसएचओ का घेराव कर लिया. लोगों ने दलित एसएचओ पर जातिगत आरोप लगाते हुए उसे हटाने की मांग की. मौके पर पहुंचे एसपी ने भड़की भीड़ को समझाते हुए कहा कि हम सब हिंदू एक हैं और हमारे देवता एक हैं. इसके साथ ही दलित एसएचओ ने भी लोगों से माफी मांग ली.

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रैली में फायर करने से रोकने पर भड़की ब्राह्मण सभा, दलित SHO को मांगनी पड़ी माफी

Aanchal Pandey

  • April 24, 2018 1:20 am Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago

जयपुर: राजस्थान में परशुराम रैली निकाल रहे सर्व ब्राह्मण सभा की रैली में हवाई फायर कर रहे एक युवक से एक दलित थाना अधिकारी ने बंदूक छीन ली. इस घटना के बाद लोगों ने थाने में एसएचओ का घेराव कर लिया और दलित एसएचओ पर जातिगत आरोप लगाते हुए उसे हटाने की मांग करने लगे. मामला इतना बिगड़ गया कि मौके पर एसपी पहुंचे. एसपी ने भड़की भीड़ को समझाते हुए कहा कि हम सब हिंदू एक हैं और हमारे देवता एक हैं. इसके साथ ही एसएचओ ने भी लोगों से माफी मांग ली.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जयपुर में सर्व ब्राह्मण सभा की परशुराम रैली में एक यवुक बार-बार एयर गन से हवाई फायर कर रहा था. समझाने के बाद भी जब वह नहीं माना तो मौके पर मौजूद एसएचओ ने उससे बंदूक छीनकर थाने में रख ली. इस घटना के बाद लोगों ने थाने का घेराव कर लिया और दलित एसएचओ पर जातिगत आरोप लगाते हुए उसे हटाने की मांग करने लगे. सर्व ब्राह्मण सभा का आरोप है कि थाने के दलित एसएचओ ने ब्राह्मणों को अपशब्द कहे और भगवान परशुराम का अपमान किया है.

इस मामले की सूचना मिलते ही एसपी कुंवर राष्ट्रदीप वहां पहुंचे और लोगों को समझाने लगे. उन्होंने कहा कि हम सभी हिंदू एक हैं और हमारे देवता भी एक हैं. एसपी साहब ने आगे कहा कि बाहर लोग हमारे लड़ने का इंतजार कर रहे हैं. इसी दौरान दलित थाना अधिकारी ने भी भीड़ से माफी मांग ली. हालांकि माफी मांगते हुए एसएचओ ने कहा कि ईमानदारी से ड्यूटी निभाने के बदले ये सजा देना ठीक नहीं है. हथियार लहराते हुए लोगों को रोकना मेरा धर्म था. इस घटना एक वीडियो भी है जिसे सरकार ने कब्जे में ले लिया है. ब्राह्मण समाज की ओर से जारी इस वीडियो में एसएचओ और पुलिसवाले को भीड़ से बचाते दिखाया गया है. वहीं इस मामले में सूबे के गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया ने कहा है कि एसएचओ तो भगवान परशुराम को हाथ जोड़ रहा था.

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