जयपुर: वैसे इन दिनों लोगों की जेब काटने वालों ने नए नए तरीके ईजाद कर लिए हैं. जरा सा मौका मिल जाए तो जेब हो या तिजोरी साफ करते देर नहीं लगती. किसी ने सच ही कहा है कि ठग और लुटेरों का कोई ईमान नहीं होता. वो चोरी करने से पहले न तो उम्र देखते […]
जयपुर: वैसे इन दिनों लोगों की जेब काटने वालों ने नए नए तरीके ईजाद कर लिए हैं. जरा सा मौका मिल जाए तो जेब हो या तिजोरी साफ करते देर नहीं लगती. किसी ने सच ही कहा है कि ठग और लुटेरों का कोई ईमान नहीं होता. वो चोरी करने से पहले न तो उम्र देखते है न जगह और न ही मजहब. बस वो अपना ठगी का धंधा पूरी शिद्दत और ईमानदारी के साथ करते है.
डॉलर देने का झांसा देता था
ठगी का एक बेहद अनोखी और दिलचस्प खबर जयपुर से सामने आया है. यहां पुलिस ने एक ऐसे शातिर को दबोचा है जो लोगों को डॉलर देने का झांसा दिया करता था. वहीं वो लोगों को डॉलर देने के बहाने साबुन की बट्टी पकड़ा देता था. बता दें कि ये काम वो इतनी सफाई से करता था कि लोगों को उन पर शक भी नहीं हो पाता था. वहीं जब लोगों को पता चलता था तब तक काफी देर हो चुकी होती है.
पुलिस जांच में क्या पता चला?
जयपुर में पुलिस ने अमेरिकन डॉलर दिखाकर भारतीय रुपये की ठगी करने वाले एक शातिर ठग को गिरफ्तार कर लिया है. बता दें कि पुलिस जांच के दौरान मालूम हुआ कि शातिर मोहम्मद हाफिज एक गैंग का सरगना है. वहीं उसके गुर्ग कचरा बीनने का काम किया करते हैं. वे सभी कचरे में डॉलर मिलने का झांसा देकर व्यापारियों और कारोबारियों को अपने जाल में फसा लेते हैं.
ठग कैसे करते थे ठगी?
आरोपी 1-2 डॉलर के असली नोट की गड्डियां तैयार कर एक थैले में रखते है. इसके बाद थैला खोलकर ऊपर के नोट दिखाकर और पुलिस के आने का डर दिखाकर जल्दी से वे अपने काम को अंजाम दे देते थे. पुलिस ने खुलासा किया है कि आरोपी पश्चिम बंगाल के जोलिंगर का रहने वाला है. वहीं गिरफ्तार आरोपी से पुलिस अब तक पूछताछ में जुटी है, ताकि उसके बाकी साथियों का भी पता चल सके. पुलिस को अंदेशा है कि गिरोह में कई और भी ठग मौजूद है, जिन्होंने पहले भी कई वारदातों को अंजाम दे चुका है.