जयपुर: राजस्थान में विधानसभा चुनाव परिणाम सामने आने के बाद अब कांग्रेस हार का मंथन करने में जुटी है. इस बीच मंगलवार को राजधानी जयपुर में पार्टी विधायक दल की बैठक हुई है. जिसमें एक लाइन का प्रस्ताव पास किया गया है. प्रस्ताव के मुताबिक अब कांग्रेस आलाकमान नेता प्रतिपक्ष का चुनाव करेगा. बता दें […]
जयपुर: राजस्थान में विधानसभा चुनाव परिणाम सामने आने के बाद अब कांग्रेस हार का मंथन करने में जुटी है. इस बीच मंगलवार को राजधानी जयपुर में पार्टी विधायक दल की बैठक हुई है. जिसमें एक लाइन का प्रस्ताव पास किया गया है. प्रस्ताव के मुताबिक अब कांग्रेस आलाकमान नेता प्रतिपक्ष का चुनाव करेगा. बता दें कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 69 सीटें मिली हैं.
चुनावी नतीजे सामने आने के बाद कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, राजस्थान की जनता द्वारा दिए गए जनादेश को हम विनम्रतापूर्वक स्वीकार करते हैं. यह सभी के लिए एक अप्रत्याशित परिणाम है. यह हार दिखाती है कि हम अपनी योजनाओं, कानूनों और नवाचारों को जनता तक पहुंचाने में पूरी तरह कामयाब नहीं रहे. मैं नई सरकार को शुभकामनाएं देता हूं.
अशोक गहलोत ने अपनी पोस्ट में आगे लिखा, मेरी उनको (बीजेपी) सलाह है कि हम काम करने के बावजूद कामयाब नहीं हुए इसका मतलब ये नहीं कि वो सरकार में आने के बाद काम ही ना करें. OPS, चिरंजीवी सहित तमाम योजनाएं एवं जो विकास की रफ्तार इन पांच सालों में राजस्थान को हमने दी है वो इसे आगे बढ़ाएं. मैं सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने इस चुनाव में पूरी मेहनत की एवं सभी मतदाताओं का आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने हमारे ऊपर विश्वास किया.
गौरतलब है कि राजस्थान में हर पांच साल में सत्ता परिवर्तन का रिवाज इस बार भी कायम रहा. राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी को भाजपा ने शिकस्त दी है. नतीजों में भाजपा ने 200 विधानसभा सीटों में से 115 सीटों पर जीत मिली. वहीं, कांग्रेस का आंकड़ा 69 पर थम गया. निर्दलीय समेत अन्य के खाते में 16 सीटें आईं.