जयपुर: पश्चिमी राजस्थान में मानसून ने दस्तक दे दी है, इस बीच कई इलाकों पर तेज गरज चमक के साथ भारी बरसात हुई है. बरसात के दौरान जैसलमेर जिले के नोखा गांव से 2 किलोमीटर दूर सुनसान इलाके पर बिजली गिरने से तकरीबन 86 पशुओं की मौत हो गई है. यह घटना सोमवार की शाम […]
जयपुर: पश्चिमी राजस्थान में मानसून ने दस्तक दे दी है, इस बीच कई इलाकों पर तेज गरज चमक के साथ भारी बरसात हुई है. बरसात के दौरान जैसलमेर जिले के नोखा गांव से 2 किलोमीटर दूर सुनसान इलाके पर बिजली गिरने से तकरीबन 86 पशुओं की मौत हो गई है. यह घटना सोमवार की शाम साढ़े 6 बजे के नजदीक की है.
जब झमाझम बरसात के बीच मेघवालों की ढाणी कैंप रोड के नजदीक, भेड़ बकरियां चराने वाले उमर खान ने बरसात से खुदको और अपने भेड़ बकरियों को बचाने के लिए एक पेड़ का सहारा लिया.
पेड़ के नीचे खड़ी सभी भेड़ बकरियों की हुई मौत
बताया जा रहा है कि ये झमाझम बरसात लगातार 30 से 40 मिनट तक चली. इसी बीच अचानक आकाश से बिजली उस पेड़ पर आ गिरी, जिस पेड़ के नीचे पशुपालक उमर खान खड़ा था. आकाशीय बिजली गिरने से पशुपालक उमर खान जोर के झटके से दूर जा गिरा और पेड़ के नीचे खड़ी सभी भेड़ बकरियों की मौत हो चुकी थी.
इस घटना के बाद पशुपालक उमर खान ने बताया कि वह सोमवार देर शाम को पशुओं के साथ वह अपने घर वापस लौट रहे थे. उसी बीच मूसलाधार बरसात शुरू हो गई. उमर खान बरसात से बचने की वजह से पेड़ के नीचे अपनी भेड़ बकरियों के साथ जाकर खड़ा हो गया. तभी अचानक से आकाशीय बिजली पेड़ पर गिरी. उमर खान का कहना है की उसे इतनी जोर से झटका लगा कि वह पेड़ से काफी दूर जाकर गिरा.
इस हादसे में उमर खान को कोई गंभीर चोट नहीं आई है. लेकिन बिजली गिरने से पेड़ का तना जलकर राख हो गया और पेड़ के नीचे खड़ी 30 भेड़ें और 56 बकरियों की मौत हो चुकी हैं. इस दर्दनाक हादसे की जानकारी जैसे ही ग्रामीणों को लगी तो ग्रामीणों की भारी भीड़ मौके पर पहुंच गई.