शिमला: उत्तर भारत के पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में बारिश का कहर जारी है. वहां से आए दिन बादल फटने की खबरे भी आती रहती हैं. पूरे प्रदेश में भूस्खलन होने से सड़के टूट गई हैं और यातायात रुक गया है. जिससे हिमाचल के अर्थव्यवस्था को काफी नुकसान हुआ है क्योंकि हिमाचल की GDP में […]
शिमला: उत्तर भारत के पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में बारिश का कहर जारी है. वहां से आए दिन बादल फटने की खबरे भी आती रहती हैं. पूरे प्रदेश में भूस्खलन होने से सड़के टूट गई हैं और यातायात रुक गया है. जिससे हिमाचल के अर्थव्यवस्था को काफी नुकसान हुआ है क्योंकि हिमाचल की GDP में पर्यटन क्षेत्र 4.3 प्रतिशत का योगदान देता है. हिमाचल में पर्यटन प्रमुख रूप से रोजगार भी देता है. इसको लेकर हिमाचल के लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने पर्यटकों से हिमाचल आने की अपील की है.
हिमाचल प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने प्रदेश की अर्थव्यस्था को पटरी पर लाने के लिए पर्यटकों से अपील की है कि हिमाचल प्रदेश पर्यटन के लिहाज से पूरी तरह से सुरक्षित है. ऐसे में पर्यटकों को अब पहाड़ों की तरफ आना चाहिए. उन्होंने कहा कि प्रसाशन यहां की टूटी सड़कों की मर्रमत के साथ और भी व्यवस्था को ठीक करने का भरसक प्रयास कर रही है. खुद CM सुखविंदर सिंह सुक्खू पुरे प्रदेश के हालत पर नजर बनाये हुए हैं.
भरी बारिश की तबाही से फैली अव्यवस्था हिमाचल प्रदेश में पर्यटन कारोबार को खासा प्रभावित किया है. कारोबारी सरकार से मांग कर रहे हैं कि सरकार वेदर बुलेटिन समय -समय पर जारी करते रहे. जिससे पर्यटकों को हिमाचल की जानकारी मिलती रहे. सरकार की तरफ से भी पर्यटकों को आकर्षित करने के भरसक प्रयास किये जा रहे हैं. इसी क्रम में सरकार ने हिमाचल पर्यटन निगम के होटल में 15 सितंबर तक 50 प्रतिशत की छूट देने की घोषणा की है.
पर्यटकों को हिमाचल की तरफ फिर से आकर्षित करने के लिए बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा. बता दें कि कसोल, और कुल्लू-मनाली में सबसे ज्यादा नुकसान ज्यादा हुआ है. ऐसे में वह की सड़कों और बिजली व्यवस्था को जल्द से जल्द बहाल करने की बड़ी चुनौती है.
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