नई दिल्ली : मानसून की पहली बारिश ने सरकार की पोल खोल दी. शनिवार को सुबह से ही मूसलाधार बारिश हो रही है जिसके चलते लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. कई इलाकों रोड नाले में तब्दील हो गए थे. बारिश के चलते दिल्ली के अधिकतर इलाकों में दिनभर जाम की स्थिति बनी […]
नई दिल्ली : मानसून की पहली बारिश ने सरकार की पोल खोल दी. शनिवार को सुबह से ही मूसलाधार बारिश हो रही है जिसके चलते लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. कई इलाकों रोड नाले में तब्दील हो गए थे. बारिश के चलते दिल्ली के अधिकतर इलाकों में दिनभर जाम की स्थिति बनी रही. शनिवार को हुई बारिश ने दिल्ली के पिछले 10 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. पिछले 24 घंटे में दिल्ली में 126.1 एमएम बारिश दर्ज की गई है. इससे पहले दिल्ली में 2013 में 123.4 एमएम बारिश हुई थी. बता दें कि 1 जुलाई 2017 को 117 एमएम बारिश हुई थी. बारिश होने की वजह से लोगों को गर्मी से काफी राहत मिली है. पिछले 24 घंटे में 6 डिग्री तापमान में गिरावट दर्ज की गई है.
दिल्ली में बारिश लोगों पर आफत बनकर टूटी. पूरे दिन दिल्ली में लोगों को जाम का सामना करना पड़ा. बारिश के चलते दिल्ली में 15 घर गिर गए और एक महिला की मौत हो गई. दोपहर में मौसम विभाग ने पहले ऑरेज अलर्ट जारी किया था लेकिन बारिश नहीं रूकी थी तो फिर येलो अलर्ट जारी किया. वहीं शाम होते-होते मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी कर दिया.
हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में बारिश पिछले 24 घंटे से हो रही है. बारिश के चलते कई इलाकों में लैंड स्लाइड भी हुआ है. मौसम विभाग ने 7 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है. इस 7 जिलों में हमीरपुर, बिलासपुर, ऊना, कांगड़ा, चंबा, मंडी और कल्लू है. वहीं राजधानी शिमला, सिरमौर और सोलन के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है और लाहौल-स्पीती के लिए येलो अलर्ट जारी किया है. इसी के साथ मौसम विभाग के अधिकारियों ने चंबा, शिमला, कांगड़ा, मंडी, सिरमौर, सोलन और ऊना में जलाशयों में पानी बढ़ जाने की आशंका जता रहे है. बारिश के चलते प्रशासन ने कई जगहों पर सड़कों पर बंद कर दी है.