Rahul Gandhi Attacks Narendra Modi: राजस्थान विधानसभा चुनावों से पहले राहुल गांधी धुआंधार रैलियां कर रहे हैं. उदयपुर में कारोबारी समुदाय और पेशेवरों से बातचीत में राहुल ने कहा कि हम तब तक सुपरपावर नहीं बन सकते, जब तक कम कीमत में शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया न करा पाएं. पीएम नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह ने भी तीन बार सर्जिकल स्ट्राइक की हैं.
उदयपुर. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को राजस्थान के उदयपुर में कारोबारी समुदाय और पेशेवरों से मुलाकात की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी नीतियों पर तंज कसते हुए राहुल ने कहा, ”आयुष्मान भारत के साथ समस्या है कि सरकार ने लोगों को स्वास्थ्य बीमा मुहैया करा दी, लेकिन इस सुविधा का फायदा लेने के लिए सार्वजनिक क्षेत्र के अस्पताल ही नहीं हैं. सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र के मेडिकल केंद्रों और शिक्षा संस्थानों को को पर्याप्त फंड ही नहीं दिया.”
उन्होंने कहा, आईआईटी और आईआईएम के पीछे हमारा लक्ष्य पैसा कमाना नहीं बल्कि सेवा था. हम खुद को सुपरपावर नहीं कह सकते, जब तक हम कम कीमत में स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा मुहैया न करा पाएं. राहुल ने आगे कहा, ”यह कहना मिथ्या है कि प्राइवेट शिक्षा संस्थान बेहतर होते हैं. हमारी सोच इस बात पर साफ है कि हम देश को बिना सरकारी स्वास्थ्य और शिक्षा केंद्रों के नहीं चला सकते.”
LIVE: CP @RahulGandhi's Interaction with Business Community & Professionals in Udaipur. #कांग्रेस_बदलेगी_राजस्थान https://t.co/ncUvzHjl1G
— Congress (@INCIndia) December 1, 2018
पिछले दिनों गोत्र पर मचे हंगामे पर चुप्पी तोड़ते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, हिंदू धर्म का सार क्या है, यह मेरे लिए बड़ा आकर्षण है. आपको हिंदू धर्म के बारे में पढ़ना चाहिए. गीता क्या कहती है? वह कहती है कि ज्ञान सबके पास है. हर ओर है. लेकिन नरेंद्र मोदी कहते हैं कि मैं हिंदू हूं, मगर उन्हें हिंदू धर्म की नींव के बारे में मालूम नहीं है. कैसे हिंदू हैं वो? यह विरोधाभास है.
कांग्रेस अध्यक्ष ने आगे कहा , ”पीएम नरेंद्र मोदी की तरह मनमोहन सिंह ने भी तीन बार सर्जिकल स्ट्राइक की है. जब आर्मी मनमोहन सिंह के पास आई और कहा कि हमें पाकिस्तान को उसके किए का जवाब देने की जरूरत है. उन्होंने यह भी कहा कि वे इसको खुद के लिए गोपनीय रखना चाहते हैं.” लेकिन नरेंद्र मोदी आर्मी के डोमेन में पहुंचे और सर्जिकल स्ट्राइक को एक आकार दिया. उन्होंने इसे राजनीतिक संपत्ति बना दिया, जो असल में सेना का फैसला था. राहुल ने आगे कहा, आर्मी को यह अच्छा लगता कि हमने यह किया, यह फायदेमंद है, अगर किसी को पता न चले. लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यह मंजूर नहीं था. यूपी में चुनाव था और वह हार रहे थे. इसलिए उन्होंने सेना की संपत्ति को राजनीतिक संपत्ति में तब्दील कर दिया.