लखनऊ। यूपी की 9 विधानसभा सीटों पर 13 नवंबर को होने वाले उपचुनाव से पहले समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच जबरदस्त खींचतान देखने को मिल रही है। अखिलेश ने बुधवार को ऐलान किया कि सभी सीटों पर इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार सपा के सिंबल पर चुनाव लड़ेंगे। इसी बीच फुलपुर में अलग कहानी देखने […]
लखनऊ। यूपी की 9 विधानसभा सीटों पर 13 नवंबर को होने वाले उपचुनाव से पहले समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच जबरदस्त खींचतान देखने को मिल रही है। अखिलेश ने बुधवार को ऐलान किया कि सभी सीटों पर इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार सपा के सिंबल पर चुनाव लड़ेंगे। इसी बीच फुलपुर में अलग कहानी देखने को मिली। जहां सपा के बाद कांग्रेस नेता ने भी नामांकन दाखिल किया।
आपको बता दें कि फूलपुर सीट से सपा कैंडीडेट्स के नामांकन के बावज़ूद कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुरेश यादव ने पार्टी से बगावत कर अपना नामांकन दाखिल कर दिया। सुरेश यादव की इस दावेदारी से पार्टी में हलचल मच गई। बागी नेता का कहना है कि फूलपुर कांग्रेस की परम्परागत सीट रही है। बड़े नेता आपस में मिलीभगत करके इस सीट से सपा को लड़ा रहे हैं। यह सीट कांग्रेस को ही मिलनी चाहिए।
मालूम हो कि इस सीट से भाजपा ने पूर्व विधायक दीपक पटेल को उतारा है, जबकि सपा ने मुज्जतबा सिद्दकी और बसपा ने जितेंद्र सिंह को टिकट दिया है। अखिलेश यादव के ऐलान के बाद सबको यही लग रहा था कि फूलपुर से सपा लड़ेगी लेकिन कांग्रेस नेता सुरेश यादव ने पार्टी से बगावत करके अपना नामांकन दाखिल कर दिया है।