कोलकाता, नूपुर शर्मा का पैगंबर मोहम्मद पर आपत्तिजनक बयान अब थमने का नाम नहीं ले रहा है. जहां उनकी टिप्पणी को लेकर पश्चिम बंगाल में एक बार फिर विवाद शुरू हुआ है. हावड़ा और मुर्शिदाबाद के बाद अब रविवार को भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा के खिलाफ नादिया में प्रदर्शन किया गया. यह प्रदर्शन […]
कोलकाता, नूपुर शर्मा का पैगंबर मोहम्मद पर आपत्तिजनक बयान अब थमने का नाम नहीं ले रहा है. जहां उनकी टिप्पणी को लेकर पश्चिम बंगाल में एक बार फिर विवाद शुरू हुआ है. हावड़ा और मुर्शिदाबाद के बाद अब रविवार को भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा के खिलाफ नादिया में प्रदर्शन किया गया. यह प्रदर्शन नादिया बेथुआडहरी रेलवे स्टेशन पर एक लोकल ट्रेन को निशाना बनाकर किया गया. जिसमें ट्रेन पर पथराव कर विरोध जताया गया.
पुलिस द्वारा मिली जानकारी के अनुसार, लोगों का एक समूह पैगंबर मोहम्मद के बारे में निलंबित बीजेपी प्रवक्ता नुपुर शर्मा की कथित विवादास्पद टिप्पणी का विरोध कर रहा था. बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों ने इस भीड़ ने सड़क जाम कर दी. पुलिस ने जब उन्हें खदेड़ना शुरू किया तब इस भीड़ में से कुछ स्टेशन परिसर में आ धमके और प्लेटफॉर्म पर खड़ी एक ट्रेन को अपना निशाना बनाते हुए पत्थरबाज़ी करने लगे.
पश्चिम बंगाल: नादिया ज़िले के बेथुआडहरी रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शनकारियों ने लोकल ट्रेन को क्षतिग्रस्त कर दिया। प्रदर्शनकारी नूपुर शर्मा के बयान का विरोध कर रहे थे। pic.twitter.com/WZrAFiLJVr
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 12, 2022
ट्रेन पर हुए इस हमले के कारण लालगोला लाइन पर ट्रेन सेवाएं प्रभावित हुईं हैं. हमले की सूचना पाते ही मौके पर जीआरपी, आरपीएफ और पुलिस भारी दल बल के साथ पहुंची। जानकारी के अनुसार ट्रेन को शिकार बनाने वाले यह प्रदर्शनकारी पुलिस के मौके पर पहुँचने से पहले फरार हो गए. अब इस घटना के बाद से जिले में तनाव का माहौल है. जहां अब सुरक्षा के इंतज़ाम भी कड़े कर लिए गए हैं.
दरअसल करीब 10 दिन पहले एक टीवी डिबेट के दौरान नूपुर शर्मा के विवादित बयान और जिंदल द्वारा डिलीट किए गए ट्वीट्स के बाद ट्विटर पर विवाद बढ़ गया था। विरोध करने वाले देशों में भारतीय उत्पादों के बहिष्कार की बात चल रही थी। पार्टी की कार्रवाई के बाद नूपुर ने अपना विवादित बयान वापस ले लिया। उन्होंने दावा किया था कि भगवान शिव का लगातार उपहास और अपमान होते देख उन्होंने इस तरह की प्रतिक्रिया दी थी। नूपुर ने साफ तौर पर कहा था कि अगर उनके बयान से किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है तो वह माफी मांगती हैं।
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