Hathras Stampede: उत्तर प्रदेश के हाथरस में मंगलवार को भोले बाबा के सत्संग में भगदड़ मचने से 121 लोगों की मौत हो गई। इस मामले में पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 105, 110, 126 (2), 223 और 238 के तहत देवप्रकाश मधुकर और उस धार्मिक आयोजन के अन्य आयोजकों के खिलाफ FIR दर्ज […]
Hathras Stampede: उत्तर प्रदेश के हाथरस में मंगलवार को भोले बाबा के सत्संग में भगदड़ मचने से 121 लोगों की मौत हो गई। इस मामले में पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 105, 110, 126 (2), 223 और 238 के तहत देवप्रकाश मधुकर और उस धार्मिक आयोजन के अन्य आयोजकों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है। हालांकि इसमें बाबा का नाम नहीं है। इधर घटनास्थल से फरार होने के बाद बाबा अब तक पुलिस के पकड़ में नहीं आए हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बाबा मैनपुरी के एक आश्रम में हैं हालांकि पुलिस ने इससे इंकार कर दिया है। लेकिन आश्रम के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। कहा जा रहा है कि बाबा को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है। मामला शांत होने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
भोले बाबा का असली नाम सूरज पाल है और वह एटा जिले के बहादुर नगरी गांव का रहने वाला है। बाबा की शुरूआती पढ़ाई एटा में ही हुई थी। बाद में उत्तर प्रदेश पुलिस में नौकरी लग गई। यूपी पुलिस में हेड कांस्टेबल की नौकरी के दौरान उसके ऊपर यौन शोषण का केस दर्ज हुआ, जिसमें नौकरी चली गई। जेल से छूटने के बाद उसने अपना नाम बदलकर नारायण हरि उर्फ साकार विश्वहरि रख लिया। लोग उसे भोले बाबा कहकर बुलाने लगे। सत्संग में उसकी पत्नी भी साथ में रहती है।
हाथरस वाले बाबा को बचाने में जुटा प्रशासन, ये वजहें बताकर FIR में नहीं दिया नाम