मुंबई : महाराष्ट्र में एक बार फिर राजनीतिक भूचाल आ गया है. शरद पवार के भतीजे और नेता विपक्ष अजित पवार 18 विधायकों के साथ शिंदे सरकार में शामिल हो गए है. अजित पवार ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली है और इनके साथ 9 विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ली है. […]
मुंबई : महाराष्ट्र में एक बार फिर राजनीतिक भूचाल आ गया है. शरद पवार के भतीजे और नेता विपक्ष अजित पवार 18 विधायकों के साथ शिंदे सरकार में शामिल हो गए है. अजित पवार ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली है और इनके साथ 9 विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ली है. इस सियासी घटनाक्रम पर तमाम राजनेताओं का बयान आना शुरू हो गया है. शिवसेना की नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि जिन विधायकों के बीजेपी और शिंदे गुट भ्रष्ट बता रहा था उनको अब मंत्री बनाया है.
अब इस सियासी बवाल पर उद्धव गुट के नेता संजय राउत का भी बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा है कि कुछ लोगों ने भी महारष्ट्र की राजनीति को साफ़ करने का बीड़ा उठाया है. उन्हें अपने अपने तरीके से चलने दो. मेरी अभी शरद पवार जी से बात हुई है. उन्होंने कहा, ‘मैं मजबूत हूं. हमें लोगों का समर्थन प्राप्त है. हम उद्धव ठाकरे के साथ फिर से सब कुछ पुनर्निर्माण करेंगे.’ उन्होंने आगे कहा कि इस गेम को अधिक दिनों के लिए बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
खबर सामने आ रही है कि अजित पवार पटना में विपक्षी एकता बैठक में मंच साझा करने और राहुल गांधी के साथ सहयोग करने के शरद पवार के “एकतरफा” फैसले से “नाराज” थे. इसी को लेकर उन्होंने अपनी ही पार्टी से बगावत कर दी. बताया जा रहा है कि बीते दिन अजित पवार ने दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात की थी. शिंदे और अजित पवार की भी हाल ही में मीटिंग हुई थी.
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