लखनऊ : शिक्षण संस्थानों में ड्रेस कोड कई बार चर्चा का विषय बन चुका है, लेकिन कहीं ना कहीं शिक्षा के संस्थानों में पढ़ने वाले छात्र- छात्राओं को संस्थान की गरिमा बनाए रखने की हिदायत दी जाती है। बता दें, राजकीय पॉलिटेक्निक कानपुर में पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं अब वेस्ट जींस और टाइट फिटिंग के कपड़े पहनकर संस्थान में नहीं जा सकते हो।
राजकीय पॉलिटेक्निक के प्रिंसिपल मुकेश चंद्र आनंद के मुताबिक संस्थान की पहचान उसके ड्रेस कोड से होती है इसलिए सभी छात्रों को इसका पालन करना होगा। जहां छात्रों की कक्षाएं 15 सितंबर से चल रही हैं। वहीं सभी छात्र-छत्राओं का पहले ही ड्रेस कोड के बारे में जानकारी दी जा चुकी है। हालांकि, दो अक्टूबर गांधी जयंती के दिन तक की छूट फिलहाल दी गई है। इसके बाद संस्थान की ओऱ से लागू स्टील स्टील ग्रे कलर की पेंट सफेद शर्ट और ब्लू कलर का ब्लेजर या जैकेट को ड्रेस पहनकर संस्थान में प्रवेश करना होगा।
अगर कोई भी छात्र-छात्रा यूनिफार्म पहन के नहीं आता है तो उसे संस्थान में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। इस दौरान गेट पर शिक्षक की डयूटी भी लगाई गई है। वहीं प्रिंसिपल का कहना है कि संस्थान में गुटखा तंबाकू खाने वाले छात्रो संस्थान में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
प्रिंसिपल का कहना है कि संस्थान में वहां के नियमों का पालन ना करने वाले स्टाफ व छात्र-छात्राओं के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वहीं संस्थान में ड्रेस कोड लागू होने के बाद कई कई प्रकार की चर्चा का महौल है। जहां कुछ लोगों को मनाना है कि ड्रेस कोड मानसिक अवस्था को दर्शता हैं।
वहीं संस्थान में पढ़ने वाले कुछ छात्र इसे अनुशासन का एक हिस्सा बता रहे हैं। वहीं कुछ छात्रों का मानना है कि उनके ऊपर ड्रेस कोड जबरदस्ती थोपा जा रहा है। लेकिन संस्थान के प्रिंसिपल मुकेश चद्रं आनन्द सभी बातों को दरकिनार करते हुए स्पष्ट करते हैं कि छात्र पॉलिटेक्निक में पढ़ने आए हैं। उन्हें यहां के ड्रेस कोड और नियमों का पालन करना होगा। वहीं अगर कोई छात्र नियमों का पालन नहीं करता है तो उसके खिलाफ कार्ऱवाई की जाएगी।
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