मुंबई: महाराष्ट्र के जालना में एक गणेश पंडाल में भक्तों के आरती के बाद संविधान की प्रस्तावना का पाठ किया गया. वहीं आयोजकों का कहना है कि इस नई पहल शुरुआत करने का मकसद यह है कि लोकतांत्रिक सिद्धांतों को बढ़ावा देना और लोगों में उनके मौलिक अधिकारों के बारे में जागरूकता लाना है. एक […]
मुंबई: महाराष्ट्र के जालना में एक गणेश पंडाल में भक्तों के आरती के बाद संविधान की प्रस्तावना का पाठ किया गया. वहीं आयोजकों का कहना है कि इस नई पहल शुरुआत करने का मकसद यह है कि लोकतांत्रिक सिद्धांतों को बढ़ावा देना और लोगों में उनके मौलिक अधिकारों के बारे में जागरूकता लाना है. एक आयोजक ने कहा कि इस कदम के जरिए न केवल भगवान गणेश की पूजा की जा रही है, बल्कि संविधान में निहित मूल्यों का भी सम्मान किया जा रहा है.
इस अनूठी पहल के आयोजक गणेश महासंघ के अध्यक्ष अशोक पंगारकर ने कार्यक्रम में पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता रायसाहेब दाने और विधायक कैलाश गोरंटयाला समेत कई खास मेहमानों को आमंत्रित किया था.10 दिवसीय गणेशोत्सव की शुरुआत पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने दक्षिण मुंबई में अपने आधिकारिक आवास पर भगवान गणेश की स्थापना की. मुख्यमंत्री ने अपनी पत्नी और बेटे सांसद श्रीकांत शिंदे के साथ पूजा-अर्चना की और राज्य की समृद्धि और खुशहाली के लिए प्रार्थना की.
मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि इस साल राज्य में अच्छी बारिश हुई है, जिससे किसानों में समृद्धि की उम्मीद है, हालांकि अत्यधिक बारिश के कारण कुछ इलाकों में फसलें प्रभावित हुई हैं. उन्होंने आश्वासन दिया कि राज्य सरकार किसानों के साथ खड़ी रहेगी और उनके हितों की रक्षा करेगी। इसके साथ ही उन्होंने राज्य में महिलाओं और किसानों के कल्याण के लिए चल रही योजनाओं पर चर्चा की और साथ ही साथ बताया कि प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में महाराष्ट्र 52 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ पहले स्थान पर है.