जयपुर: बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से राजस्थान के किसान अभी उबर भी नहीं पाए हैं कि मौसम विभाग ने एक बार फिर चिंता जताई है। मौसम विभाग ने बताया कि राजस्थान में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है। इसके प्रभाव से बुधवार को प्रदेश के कई जिलों में गरज के साथ बारिश हो सकती है। […]
जयपुर: बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से राजस्थान के किसान अभी उबर भी नहीं पाए हैं कि मौसम विभाग ने एक बार फिर चिंता जताई है। मौसम विभाग ने बताया कि राजस्थान में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है। इसके प्रभाव से बुधवार को प्रदेश के कई जिलों में गरज के साथ बारिश हो सकती है। ऐसे में एक बार फिर फसल खराब होने की आशंका बढ़ गई है। हालांकि मौसम विभाग ने फसलों को बारिश से बचाने की चेतावनी भी जारी की है।
आपको बता दें, कि पिछले सप्ताह राजस्थान के कई जिलों में भारी बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई थी। इससे हजारों एकड़ में पककर तैयार अनाज की फसल बर्बाद हो गई। इसके साथ ही खेतों में पानी भर जाने के कारण पहले से काटी और सुखाई गई फसल भी खराब हो गई। इससे किसानों को काफी नुकसान हुआ है। राज्य में बारिश से गेहूं के अलावा सरसों और चना की फसल को भी नुकसान पहुंचा है। पिछले सप्ताह फसल खराब होने के कारण एक किसान ने कीटनाशक खाकर आत्महत्या कर ली थी। ऐसे में बारिश की भविष्यवाणी ने एक बार फिर किसानों को चिंता में डाल दिया है।
मौसम विभाग के हवाले से आपको बता दें कि 29 और 30 मार्च को राज्य के भीतर एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो सकता है। इससे जोधपुर और बीकानेर संभाग में कल बादलों की गर्जना के साथ हल्की बारिश हो सकती है। इसके साथ ही विभाग ने यह भी कहा कि 30 मार्च को अजमेर, जयपुर, कोटा, जोधपुर, बीकानेर और भरतपुर संभाग के जिलों में भारी बारिश की संभावना है। इस दौरान 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा भी चल सकती है। इसके साथ ही कहीं-कहीं ओले भी पड़ सकते हैं।
इन्हीं सब के बीच मौसम में संभावित बदलाव को देखते हुए मौसम विभाग ने किसानों के लिए चेतावनी जारी की है। विभाग ने किसानों को खेत बाजारों और चावल बाजारों में बाहर रखे अनाज और स्टेपल को सुरक्षित स्थान पर रखने की सलाह दी है। इसके साथ ही पकी हुई फसलों को ढककर सुरक्षित स्थान पर रख दें, ताकि बारिश का पानी फसलों तक न पहुंच पाए।