नई दिल्ली. Pongal 2022 -पोंगल त्योहार पास आते ही तमिलनाडु में जल्लीकट्टू बैल ट्रेनर ने अपने सांडों को पारंपरिक सांडों को वश में करने के खेल में ट्रेनिंग के लिए तैयार किया है। बता दें कि न केवल भारतीय, बल्कि दुनिया भर के विदेशी भी तमिलनाडु के किशोरों को मैदान पर अपनी बहादुरी का प्रदर्शन […]
नई दिल्ली. Pongal 2022 -पोंगल त्योहार पास आते ही तमिलनाडु में जल्लीकट्टू बैल ट्रेनर ने अपने सांडों को पारंपरिक सांडों को वश में करने के खेल में ट्रेनिंग के लिए तैयार किया है। बता दें कि न केवल भारतीय, बल्कि दुनिया भर के विदेशी भी तमिलनाडु के किशोरों को मैदान पर अपनी बहादुरी का प्रदर्शन करते हुए देखने के लिए उत्सुक होते हैं।
जल्लीकट्टू प्रतियोगिता जिला प्रशासन एवं पशुपालन विभाग की देखरेख में 16 जनवरी को त्रिची के निकट सुरियूर गांव में माटुपोंगल (गाय उत्सव) के अवसर पर आयोजित की जाएगी। प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सांडों और सांडों को वश में करने वालों को पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। जल्लीकट्टू टूर्नामेंट त्रिची जिले के प्रसिद्ध अलंकनल्लूर, पलामेडु और अन्य स्थानों पर भी आयोजित किए जाएंगे।
जल्लीकटुट में प्रतिस्पर्धा करने वाले सांडों को त्रिची के विभिन्न स्थानों में ट्रेंड किया जाता है, जिनमें तिरुवसी, थिरुवेरुम्बुर, सुरियूर, लालगुडी और मनाचनल्लूर के पास मणप्पराई शामिल हैं। एक बैल ट्रेनर ने कहा कि “ये बैल हमारे परिवार के सदस्य हैं,”: “हम अपने सांडों को कई आयोजनों के लिए ट्रेंड करते हैं और इस बार हम कई पुरस्कार जीतने की उम्मीद करते हैं।”