दशहरे के बाद दिल्ली में बढ़ा प्रदूषण, फिर लेना होगा मास्क का सहारा

नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण का स्तर एक बार फिर बढ़ने लगा है, जिससे लोगों को खराब एयर क्वालिटी का सामना करना पड़ रहा है। सोमवार को राजधानी का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 234 पर पहुंच गया, जो कि ‘खराब’ श्रेणी में आता है। दशहरे के त्योहार के बाद से प्रदूषण के स्तर में […]

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दशहरे के बाद दिल्ली में बढ़ा प्रदूषण, फिर लेना होगा मास्क का सहारा

Yashika Jandwani

  • October 14, 2024 10:04 pm Asia/KolkataIST, Updated 1 month ago

नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण का स्तर एक बार फिर बढ़ने लगा है, जिससे लोगों को खराब एयर क्वालिटी का सामना करना पड़ रहा है। सोमवार को राजधानी का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 234 पर पहुंच गया, जो कि ‘खराब’ श्रेणी में आता है। दशहरे के त्योहार के बाद से प्रदूषण के स्तर में यह वृद्धि देखी गई है। वहीं अगर प्रदूषण और बढ़ता है तो इसके पूरे आसार है कि एक बार फिर से लोगों को मास्क का सहारा लेने पड़े.

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, पिछली बार दिल्ली का AQI 25 सितंबर को खराब श्रेणी में दर्ज किया गया था। AQI के मानकों के अनुसार, शून्य से 50 के बीच सूचकांक अच्छा, 51 से 100 संतोषजनक, 101 से 200 मध्यम, 201 से 300 खराब, 301 से 400 बहुत खराब और 401 से 500 के बीच गंभीर श्रेणी में माना जाता है।

दिल्ली में पटाखों पर प्रतिबंध

प्रदूषण के बढ़ते खतरे को देखते हुए दिल्ली सरकार ने राजधानी में सभी प्रकार के पटाखों के उत्पादन, भंडारण, बिक्री और उपयोग पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया है, जो 1 जनवरी तक लागू रहेगा। यह कदम शीतकालीन कार्य योजना के तहत उठाया गया है, जिसका उद्देश्य सर्दियों के मौसम में बढ़ने वाले वायु प्रदूषण पर नियंत्रण पाना है। इस दौरान दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि सरकार प्रदूषण को कम करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रही है।

Delhi Air Pollution

दिल्ली के तापमान में गिरावट

उन्होंने कहा, आज AQI खराब श्रेणी में है और जैसे-जैसे सर्दी बढ़ेगी, तापमान में गिरावट के साथ प्रदूषण का स्तर भी बढ़ सकता है। हम इस मुद्दे के समाधान के लिए 21-सूत्रीय योजना पर काम कर रहे हैं और जनता के बीच जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रयास कर रहे हैं. गोपाल राय ने आगे बताया कि दिल्ली में प्रदूषण के तीन मुख्य स्रोत हैं: धूल प्रदूषण, वाहनों से होने वाला उत्सर्जन और बायोमास का जलना। इन पर नियंत्रण पाने के लिए सरकार अगल-अगल कदम उठा रही है। इसी के साथ उन्होंने जनता से भी अपील की कि वे प्रदूषण को कम करने में अपना योगदान दें।

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