अखिलेश ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमारे सांसद जिया उर रहमान संभल में थे ही नहीं और इसके बावजूद उनके खिलाफ FIR दर्ज कर दी गई। यह सरकार द्वारा किया गया दंगा है। कोर्ट द्वारा आदेश पारित किए जाने के तुरंत बाद ही पुलिस और प्रशासन सर्वे के लिए जामा मस्जिद पहुंच गए।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के संभल में रविवार को हुई हिंसा में 4 लोगों की मौत हो चुकी है। जामा मस्जिद के सर्वे का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों ने कई वाहन को जलाकर ख़ाक कर दिया। हिंसक भीड़ पुलिस पर भारी मात्रा में पथराव कर रही थी। छतों से पुलिस पर पत्थर फेंके जा रहे थे। इस घटना को लेकर अखिलेश यादव ने एक बार फिर से भाजपा पर हमला बोला है।
अखिलेश ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमारे सांसद जिया उर रहमान संभल में थे ही नहीं और इसके बावजूद उनके खिलाफ FIR दर्ज कर दी गई। यह सरकार द्वारा किया गया दंगा है। कोर्ट द्वारा आदेश पारित किए जाने के तुरंत बाद ही पुलिस और प्रशासन सर्वे के लिए जामा मस्जिद पहुंच गए। 23 नवंबर को पुलिस प्रशासन ने कहा कि अगले दिन 24 तारीख को दोबारा सर्वे किया जाएगा। पुलिस प्रशासन को यह आदेश किसने दिया? जब लोगों ने सर्वे का कारण जानना चाहा तो सर्किल ऑफिसर ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया।
#WATCH दिल्ली: संभल में पथराव की घटना पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, “हमारे सांसद जिया उर रहमान संभल में थे ही नहीं और इसके बावजूद उनके खिलाफ FIR दर्ज कर दी गई…यह सरकार द्वारा किया गया दंगा है…कोर्ट द्वारा आदेश पारित किए जाने के तुरंत बाद ही पुलिस और… pic.twitter.com/J6pUTCkQcb
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 25, 2024
अखिलेश ने आगे कहा कि सर्किल ऑफिसर द्वारा दुर्व्यवहार का विरोध करते हुए लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। बदले में पुलिस कांस्टेबल से लेकर अधिकारी तक सभी ने अपने सरकारी और निजी हथियारों से गोलियां चलाईं, जिसकी वीडियो रिकॉर्डिंग है। इससे कई लोग घायल हो गए। 5 निर्दोष लोगों की मौत हो गई। संभल का माहौल खराब करने के लिए पुलिस और प्रशासन के लोगों के साथ-साथ याचिका दायर करने वाले लोग भी जिम्मेदार हैं। उन्हें निलंबित किया जाना चाहिए और उनके खिलाफ हत्या का मुकदमा चलाया जाना चाहिए ताकि लोगों को न्याय मिल सके और भविष्य में कोई भी संविधान के खिलाफ ऐसी गैरकानूनी घटना न कर सके
संभल के दंगाइयों के पास से बरामद हुआ ऐसा ख़तरनाक हथियार, देखते ही होश खो बैठी योगी की पुलिस!