मुंबई : अकोला जिले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. दहीहांडा थाने की पुलिस ने 4 लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बताया कि ये सभी आरोपी अपने को एनसीबी ( नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यरो ) का अधिकारी और कर्माचारी बता रहे थे. पुलिस ने आरोपियों के पास से फर्जी दस्तावेज और एक […]
मुंबई : अकोला जिले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. दहीहांडा थाने की पुलिस ने 4 लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बताया कि ये सभी आरोपी अपने को एनसीबी ( नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यरो ) का अधिकारी और कर्माचारी बता रहे थे. पुलिस ने आरोपियों के पास से फर्जी दस्तावेज और एक कार भी बरामद की है.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी दहीहांडा गांव में एक महीने से इलाकों में दुकानों और विक्रेताओं के खिलाफ कार्रवाई कर रहे थे और उनसे वसूली कर रहे थे. पुलिस ने आरोपियों को दहीहांडा गांव से रात में गिरफ्तार किया. फर्जी एनसीबी का अधिकारी बताना वाला मुख्य आरोपी अकोला का रहने वाला है और उसके पास एमटेक की डिग्री है.
दहीहांडा पुलिस थाने के एसएचओ सुरेंद्र राउत ने बताया कि जब हमको इसकी सूचना मिली तो हम तुरंत कार्रवाई करने के लिए निकल पड़े. सुरेंद्र राउत ने बताया कि आोरोपी अपने आप को एनसीबी का अधिकार बताकर पिछले एक महीने से इलाके में ठगी कर रहे थे. एसएचओ ने कहा कि स्थानीय लोगों को उनकी गतिविधियों पर शक हुआ तो लोगों ने पुलिस को सूचना दी.
आरोपी एक निजी वाहन का उपयोग कर रहे थे. जिस निजी वाहन का उपयोग कर रहे थे उसपर राष्ट्रीय प्रतीक लगा हुआ था और नबर प्लेट पर एनसीबी लिखा हुआ था. दहीहांडा थाने के एसएचओ ने बताया कि उनके पास से कई फर्जी जीचें बरामद हुई है जिसमें लेटर हेड, डाक टिकट आदि. दहीहांडा पुलिस ने 4 आरोपियों के पास से फर्जी कागजात के साथ एक वाहन भी बरामद किए है.
पुलिस ने आरोपियों को हिरासत मे ले लिया है उनकी पहचान सत्यापित करने के लिए मुंबई में एनसीबी दफ्तर में भेजा था. एनसीबी ने स्पष्ट कर दिया कि ये उसके कर्मचारी नहीं है. पुलिस ने आरोपियों के पास ने वाहन और कई फर्जी दस्तावेज बरामद किए है.
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