तरुणी गांधी PM Modi Security Lapse: चंडीगढ़, PM Modi Security Lapse: एक दिन पहले पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पंजाब में स्वागत करने और फिरोजपुर में होने वाले कार्यक्रम में हिस्सा लेने से इनकार कर दिया था, चन्नी ने कार्यालय के दो सदस्यों के कोविड पॉजिटिव होने की बात […]
चंडीगढ़, PM Modi Security Lapse: एक दिन पहले पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पंजाब में स्वागत करने और फिरोजपुर में होने वाले कार्यक्रम में हिस्सा लेने से इनकार कर दिया था, चन्नी ने कार्यालय के दो सदस्यों के कोविड पॉजिटिव होने की बात बताकर जाने से इंकार किया था, अब पीएम मोदी के काफिले की सुरक्षा में सेंध की वजह से कार्यक्रम रद्द होने की खबर आई तो सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने एक प्रेस कांफ्रेस बुलाई और कहा कि पीएम के बिना कार्यक्रम किये वापस लौटने का उन्हे खेद है लेकिन सुरक्षा में कोई चूक नहीं हुई.
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने आज पंजाब में अपने कार्यक्रमों को रद्द कर दिया, वह प्रदर्शनकारियों के कारण लगभग 20 मिनट तक फ्लाईओवर पर फंसे रहे, पीएम के काफिले की सुरक्षा में बड़ी चूक हुई.
बता दें कि पीएम का काफिला विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी) के जवानों के साथ फ्लाईओवर पर फंसा हुआ था, एसपीजी के जवानों ने इस दौरान प्रधानमंत्री की कार की घेराबंदी की हुई थी. गृह मंत्रालय ने एक बयान में कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पीएम मोदी सुरक्षा कारणों से लौटे.
बताया जा रहा है कि जब पीएम का काफिला एक फ्लाईओवर पर पहुंचा, तो प्रदर्शनकारियों ने सड़क को अवरुद्ध कर दिया। पीएम का काफिला जहाँ रुका वो शहीद स्मारक से लगभग 30 किमी दूर था, और यह विशेष फ्लाईओवर पाकिस्तान से सिर्फ 10 किमी दूर है.
इस मामले पर गृह मंत्रालय ने कहा, “प्रधानमंत्री 15-20 मिनट तक फ्लाईओवर पर फंसे रहे. यह प्रधानमंत्री की सुरक्षा में एक बड़ी चूक है.”
पीएम का काफिला रोके जाने पर केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंच से पीएम के कार्यक्रम के रद्द होने की घोषणा की. इस मामले को “हाल के वर्षों में किसी भी भारतीय प्रधान मंत्री की सुरक्षा में सबसे बड़ी चूक” कहते हुए, सत्तारूढ़ भाजपा ने कांग्रेस पर पीएम को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करने का आरोप लगाया है।
प्रधानमंत्री आज सुबह हुसैनीवाला में राष्ट्रीय शहीद स्मारक जाने के लिए बठिंडा पहुंचे। उन्हें हेलीकॉप्टर से जाना था, लेकिन बारिश और खराब मौसम के कारण 20 मिनट तक मौसम साफ होने का इंतजार किया गया। जब ऐसा नहीं हुआ, तो उन्होंने सड़क मार्ग से जाने का फैसला किया. गृह मंत्रालय के मुताबिक डीजीपी पंजाब पुलिस द्वारा आवश्यक सुरक्षा व्यवस्था की पुष्टि के बाद वह सड़क मार्ग से यात्रा करने के लिए आगे बढ़े।”
पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ट्वीट किया, ‘पंजाब में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से फेल है, खासकर पंजाब के सीएम और एचएम पंजाब अपनी जिम्मेदारी निभाने में असफल रहे हैं. जब आप देश के प्रधान मंत्री को सुगम मार्ग प्रदान नहीं कर सकते हैं और वह भी पाकिस्तान की सीमा से सिर्फ 10 किमी दूर, तो आपको पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है और आपको पद छोड़ देना चाहिए! ”
गृह मंत्रालय ने इस मामले पर कहा कि “प्रधानमंत्री के कार्यक्रम और यात्रा योजना के बारे में पंजाब सरकार को पहले ही बता दिया गया था। प्रक्रिया के अनुसार, उन्हें रसद, सुरक्षा के साथ-साथ एक आकस्मिक योजना तैयार रखने के लिए आवश्यक व्यवस्था करनी थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ. आज पंजाब में प्रधानमंत्री की सुरक्षा में जो चूक हुई है, वो कांग्रेस पार्टी की सोच को दर्शाता है. इतने सालों से लोगों ने इस पार्टी को नकारा है जिसकी वजह से अब पार्टी ऐसे काम कर रही है. गृहमंत्री ने आगे कहा कि कांग्रेस आलाकमान को इस मामले में पूरे देश से माफ़ी मांगनी चाहिए.”
इसके बाद भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी पर सिलसिलेवार ट्वीट कर निशाना साधा और उन पर फोन कॉल लेने से इनकार करने का आरोप लगाया।
नड्डा ने ट्वीट कर लिखा, “यह दुखद है कि पंजाब के लिए हजारों करोड़ की विकास परियोजनाओं को शुरू करने के लिए पीएम की यात्रा बाधित हो गई.. राज्य पुलिस को लोगों को रैली में शामिल होने से रोकने के निर्देश दिए गए … सीएम चन्नी ने इस मामले को हल करने के लिए फोन पर आने से इनकार कर दिया.”