नई दिल्ली: साल के अंत में राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं जहां कांग्रेस के समक्ष सत्ता वापसी की चुनौती होगी. ऐसे में कांग्रेस ने पार्टी की अंदरूनी कलह को ख़त्म करने की कवायद तेज कर दी है. खबर है कि राजस्थान कांग्रेस की दिल्ली बैठक में पायलट की तीनों मांगों को मान लिया […]
नई दिल्ली: साल के अंत में राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं जहां कांग्रेस के समक्ष सत्ता वापसी की चुनौती होगी. ऐसे में कांग्रेस ने पार्टी की अंदरूनी कलह को ख़त्म करने की कवायद तेज कर दी है. खबर है कि राजस्थान कांग्रेस की दिल्ली बैठक में पायलट की तीनों मांगों को मान लिया गया है. बैठक ख़त्म होने के बाद कांग्रेस नेता सचिन पायलट का बयान सामने आया है.
#WATCH | Delhi: Congress leader Sachin Pilot on meeting with Congress leaders at AICC headquarters, says, "…There was a very meaningful, extensive and important discussion. We discussed all the issues…Our organisation, our leaders, our MLAs, and ministers all will work… pic.twitter.com/hzxoobV8rg
— ANI (@ANI) July 6, 2023
बता दें, गुरुवार को हुई इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, सचिन पायलट, केसी वेणुगोपाल समेत वरिष्ठ नेता उपस्थित थे. बैठक से बाहर आते समय पायलट ने मीडिया को बताया कि विधानसभा चुनावों के लिए एक बैठक बुलाई गई थी। पिछले 25 सालों से राज्य में एक बार भाजपा और एक बार कांग्रेस का जो चलन चल रहा है इसे खत्म करने के लिए बहुत ही सार्थक व्यापक और महत्वपूर्ण चर्चा हुई है। सभी ने विश्वास व्यक्त किया है कि हम अपनी सरकार को रिपीट कर सकते हैं.
वहीं कांग्रेस महासचिव के. सी. वेणुगोपाल ने राजस्थान विधानसभा चुनाव पर कहा कि उम्मीदवारों का चयन उनके जीतने की संभावना पर होगा। हम कई सर्वे करा रहे हैं और उम्मीदवारों के जीतने की संभावना पर ही उनका चयन होगा। हम सितंबर के पहले हफ्ते में उम्मीदवारों का चयन और घोषणा करेंगे।
गौरतलब है कि राजस्थान में साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं. इन्हीं चुनावों के मद्देनज़र कांग्रेस ने पार्टी में चल रही अंदरूनी कलह पर काम करना शुरू कर दिया है. इसी कड़ी में गुरुवार को राजस्थान कांग्रेस की अहम बैठक हुई जिससे बड़ी बात सामने आ रही है. बताया जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी के आलाकमान द्वारा गहलोत और पायलट के बीच चल रहे विवाद को सुलझा लिया गया है.
मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि सचिन पायलट की तीनों मांगे भी मान ली गई हैं. वहीं पायलट की भूमिका को लेकर भी आने वाले दिनों में पार्टी आलाकमान द्वारा बड़ा ऐलान किया जा सकता है. गहलोत सरकार ने भी ऐलान कर दिया है कि वह जल्द से जल्द वसुंधरा सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करेगी. बता दें, गुरुवार को दिल्ली में कांग्रेस की बैठक में अशोक गहलोत और पीसीसी चीफ समेत प्रदेश कांग्रेस के 29 नेता शामिल हुए.