नई दिल्ली. बीते दिनों NIA ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया पर शिकंजा कसा था और 15 से ज्यादा राज्यों में छापेमारी भी की थी, जिसके बाद 100 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया था. कई गंभीर आरोपों के तहत NIA इस समय PFI पर शिकंजा कस रही है. ऐसे में, आशंका है कि इस […]
नई दिल्ली. बीते दिनों NIA ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया पर शिकंजा कसा था और 15 से ज्यादा राज्यों में छापेमारी भी की थी, जिसके बाद 100 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया था. कई गंभीर आरोपों के तहत NIA इस समय PFI पर शिकंजा कस रही है. ऐसे में, आशंका है कि इस एक्शन के बाद PFI देश में माहौल बिगाड़ने की कोशिश न करें. सबसे ज्यादा खतरा दिल्ली में मंडरा रहा है, इसके मद्देनज़र जामिया नगर में धारा 144 लगा दी गई है और लोगों के जुटने पर रोक लगा दी गई है.
PFI पर एक्शन के बाद दिल्ली में खतरा बढ़ गया है, इसी के मद्देनज़र जामिया नगर में धारा 144 लागू की गई है और इसके लिए जामिया यूनिवर्सिटी ने छात्रों के लिए एक सर्कुलर भी जारी कर दिया. इस सर्कुलर में कहा गया है कि 19 सितंबर से 17 नवंबर तक धारा 144 लागू रहेगी. वहीं, जामिया यूनिवर्सिटी के छात्रों को हिदायत दी गई है कि कैंपस के भीतर बाहर एक साथ एकत्रित न हो. इतना ही नहीं, इस सर्कुलर में ये भी कहा गया है कि अगर कोई कानून तोड़ेगा तो यूनिवर्सिटी उसके खिलाफ सख्त से सख्त एक्शन लेगी.
गौरतलब है, बीते दिन इस मामले में ATS ने खुलासा किया था कि PFI के निशाने पर आरएसएस और भाजपा के कई बड़े नेता थे और ये आरएसएस के दिल्ली मुख्यालय पर हमला करने वाले थे. रिपोर्ट्स में कहा गया है कि, PFI का लक्ष्य आरएसएस द्वारा आयोजित रामलीला में हमला करने की थी. बीते दिनों जब PFI पर छापेमारी की गई थी, तो PFI ने केरल बंद का आह्वान किया था और उस दौरान जमकर उत्पात मचाया था और तोड़-फोड़ की थी.
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