पटना. बिहार की राजनीति में रोज़ नए मोड़ आते हैं, चाहे बिहार की राजनीति हो या चुनाव, बिना धन और बाहुबल के दोनों ही पूरा नहीं होता. और यही अब बिहार उपचुनाव में देखने को मिल रहा है. दरअसल, बिहार की मोकामा सीट के लिए उपचुनाव होने वाले हैं. ऐसे में, अभी से ही बाहुबलियों […]
पटना. बिहार की राजनीति में रोज़ नए मोड़ आते हैं, चाहे बिहार की राजनीति हो या चुनाव, बिना धन और बाहुबल के दोनों ही पूरा नहीं होता. और यही अब बिहार उपचुनाव में देखने को मिल रहा है. दरअसल, बिहार की मोकामा सीट के लिए उपचुनाव होने वाले हैं. ऐसे में, अभी से ही बाहुबलियों की धमक यहाँ देखने को मिल रही है. उपचुनाव में धनबल और बाहुबल का अभी से ही इस्तेमाल किया जा रहा है. और चुनाव में भी इन्हीं दोनों का बोलबाला होगा क्योंकि मैदान में उस इलाके के दो बाहुबलियों की पत्नी जो उतर रही हैं. इस चुनाव में मोकामा से छोटे सरकार के नाम से मशहूर पूर्व बाहुबली विधायक अनंत सिंह की पत्नी मैदान में हैं क्योंकि अनंत सिंह को सजा होने के बाद यह सीट खाली हुई थी.
मोकामा से एक ओर मैदान में नीलम देवी हैं तो दूसरी ओर ललन सिंह की पत्नी सोनम देवी. नीलम देवी के बारे में कहा जा रहा है कि महागठबंधन यानी आरजेडी से उनका टिकट तय है तो दूसरी ओर उन्हें कांटे की टक्कर देने के लिए बाहुबली कार्ड खेलते हुए ललन सिंह की पत्नी सोनम देवी को चुनावी टिकट दिया गया है. उपचुनाव से पहले ललन सिंह और सोनम देवी भाजपा कार्यालय पहुंचे जहां उन्होंने अपनी जीत का दावा करते हुए कहा कि वो कोई बाहुबली नहीं हैं वो बस जनता के हित के लिए काम करते हैं. ललन ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर जनता को भरोसा है और उपचुनाव में उनकी जीत पक्की है.
वहीं, अगर मोकामा के इतिहास को देखें तो यहां शुरू से ही बाहुबली नेताओं का बोलबाला रहा है और चुनाव में जीत भी उसी की होनी है जिनके पास बाहुबल और धनबल दोनों है. भाजपा अक्सर ही बाहुबलियों से बचते रही है लेकिन इस बार मोकामा विधानसभा चुनाव में भाजपा ने भी बाहुबली दांव ही खेल दिया है और बाहुबली का ही इस्तेमाल करते हुए ललन सिंह की पत्नी को टिकट दे दिया है. वहीं, महागठबंधन ने भी मोकामा से नीलम देवी को टिकट दे दिया है.
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