महाराष्ट्र के बुलढाना में एक बीमार बुजुर्ग को अस्पताल ले जाने के लिये परिजनों को बांस का सहारा लेना पड़ा. वे बुजुर्ग को बांस पर लटकाकर 22 किलोमीटर तक अस्पताल के लिए चले. दरअसल पहाड़ी पर सरकार द्वारा एंबुलेंस की सुविधा न दिए जाने से वे परेशान हैं.
बुलढाणा. महाराष्ट्र के बुलढाणा से एक दर्दनाक वीडियो सामने आया है जहां एंबुलेंस उपलब्ध न होने के कारण एक परिवार को मरीज को अस्पताल ले जाने के लिए 22 किलोमीटर तक बांस के सहारे उसे कंधे पर लेकर अस्पताल पहुंचाना पड़ा. परिवार का आरोप है कि चुनाव के समय जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां आए थे तो पहाड़ों के ऊपर बसने वाले लोग भी उनके कार्यक्रम में पहुंचे थे. तब हमें लगा था कि ये सरकार हमारी परेशानियों को समझकर उसका समाधान करेगी लेकिन आज भी जब उन पहाड़ों पर कोई बीमार पड़ जाए तो परिवार वालों को उसे कंधे पर उठाकर अस्पताल ले जाना पड़ता वो भी पूरे 22 किलोमीटर तक. मरीज के परिजनों ने कहा कि हमने क्षेत्र के विधायकों को अपनी परेशानी बताई लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ा.
मरीज के परिजनों ने बताया कि बुजुर्ग तीन दिन से बीमार थे. इस घटना का वायरल हो रहा वीडियो 7 सितंबर का है जब उन्हें कंधे पर उठाकर अस्पताल ले जाया जा रहा था. क्षेत्रिय लोगों का कहना है कि हालत बिगड़ने पर कई लोग रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं. बता दें कि पिछले एक साल में इस तरह के कई मामले देखे गए हैं जहां अंदरुनी क्षेत्रोें में रह रहे लोग एंबुलेंस न मिलने के चलते परेशानी का सामना करते रहे हैं. यहां तक कि एक मामले में शख्स को अपनी पत्नी का शव ले जाने के लिए एंबुलेंस नहीं दी गई तो उसे कई किलोमीटर तक इसके लिए साइकिल का सहारा लेना पड़ा.
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