भोपाल : मध्यप्रेदश में विधानसभा चुनाव में लगभग 6-7 महीनें बचे है लेकिन राजनीतिक दलों ने तैयारियां शुरू कर दी है. मौजूदा समय में मध्यप्रदेश में बीजेपी की सरकार है और सीएम शिवराज सिंह चौहान हैं. 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने सरकार बनाई थी लेकिन कुछ महीनों के बाद कांग्रेस की सरकार […]
भोपाल : मध्यप्रेदश में विधानसभा चुनाव में लगभग 6-7 महीनें बचे है लेकिन राजनीतिक दलों ने तैयारियां शुरू कर दी है. मौजूदा समय में मध्यप्रदेश में बीजेपी की सरकार है और सीएम शिवराज सिंह चौहान हैं. 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने सरकार बनाई थी लेकिन कुछ महीनों के बाद कांग्रेस की सरकार गिर गई और बीजेपी सत्ता पर काबिज हो गई.
विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस कुछ अलग करने जा रही है. अभी तक लगभग जो भी चुनाव हुए है उसमें राजनीतिक दल पूरे प्रदेश के लिए एक घोषणापत्र जारी करती थी लेकिन इस बार कांग्रेस हर जिले के लिए घोषणापत्र जारी करेगी. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि 500 रुपयें में लोगों को गैस सिलेंडर उपलब्ध कराएंगे. कमलनाथ ने कहा कि सत्ता में आए तो पुरानी पेंशन योजना बहाल करेंगे और महिलाओं को हर महीनें 1500 रुपये की वित्तीय सहायता दी जाएगी.
पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के नेतृत्व में पत्र मसौदा समिति की बैठक हुई. बैठक में कई अहम फैसले लिए गए. इस बैठक में फैसला लिया गया कि हर जिले के लिए अलग घोषणापत्र जारी किया जाएगा. कांग्रेस नेताओं ने कहा कि हर जिले के लिए घोषणापत्र होने से जिलों वालों को फायदा होगा. क्योंकि हर जिले की अलग-अलग समस्या है. हर जिले के लिए घोषणापत्र जारी होने पर वहां काम करने में आसानी होगी.
पिछला विधानसभा चुनाव 2018 में हुआ था जिसमें कांग्रेस अपने सहयोगी दल सपा और बसपा के सहयोग से सत्ता में आई थी. लेकिन कांग्रेस की सरकार ज्यादा दिन तक नहीं चल पाई. 15 महीनें के बाद कांग्रेस की सरकार गिर गई जिसके बाद भाजपा की सरकार सत्ता में आई और सीएम शिवराज सिंह चौहान बने. मध्यप्रदेश में 230 विधानसभा की सीटें जिसमें 127 भाजपा के पास और 97 कांग्रेस के पास है.