जयपुर। झुंझनू में एक किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए राजस्थान के कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने अशोक गहलोत के नेतृत्व में लगातार हो रहे पेपर लीक (Paper leak) को लेकर बुधवार को गहलोत पर निशाना साधते हुए उन्हें जादूगर बता दिया उन्होंने कहा कि, राजस्थान में लगातार पेपर लीक (Paper leak) के मामले आ […]
जयपुर। झुंझनू में एक किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए राजस्थान के कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने अशोक गहलोत के नेतृत्व में लगातार हो रहे पेपर लीक (Paper leak) को लेकर बुधवार को गहलोत पर निशाना साधते हुए उन्हें जादूगर बता दिया उन्होंने कहा कि, राजस्थान में लगातार पेपर लीक (Paper leak) के मामले आ रहे है, आखिर अधिकारियों की बिना जानकारी के तिजोरी में बंद पेपर कैसे बाहर आ जा रहे है?
बच्चे पेपर को पास करने के लिए दिन रात मेहनत करते है, लेकिन पेपर लीक (Paper leak) हो जाने के कारण उनकी सारी मेहनत बर्बाद हो जा रही है। इसके अलावा पायलट ने पार्टी कार्यकर्ताओं के बजाय सेवानिवृत नौकरशाहों की राजनीतिक नियुक्तियों किए जाने पर भी सवाल खड़े किए है।
पेपर लीक (Paper leak) पर सचिन पायलट ने कहा कि पेपर लीक जैसी घटनाओं को अखबारों में पढ़कर काफी दुख होता है। नीतियां और कानून बनाने वाले और सरकार चलाने वाले लोगों से युवाओं को काफी उम्मीदें होती है। मैंने पहले भी कहा था कि छात्र परीक्षा की तैयारी करते हुए कड़ी मेहनत करते हैं, लेकिन जब पेपर लीक (Paper leak) की घटनाएं होती हैं तो काफी ज्यादा दुख होता है। ऐसी घटनाएं जब बार-बार होने लगे तो इससे सभी छात्रों का हौसला टूटता है।
मामले पर पायलट ने आगे कहा कि, जब मैंने उनसे ( अशोक गहलोत) सवाल किया तो मुझे बताया गया कि पेपर लीक मामले पर पकड़े गए लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। ऐसे में जब पेपर लीक की घटनाएं लगातार हो रही है तो किसी की जवाबदेही तय करना भी जरूरी है, तो उन्होंने बताया कि लीक के मामले पर फिलहाल कोई भी बड़ा अधिकारी या नेता इसमें शामिल नहीं है, मैं पूछना चाहता हूं कि अगर कोई नेता या अधिकारी इसमें शामिल नहीं है, तो तिजोरी में रखे पेपर बाहर कैसे आ जाते है? ऐसा तो कोई जादूगर ही कर सकता है।
ऐसा कैसे संभव है कि पेपर लीक (Paper leak) को लेकर कोई भी बड़ा अधिकारी शामिल ना हो? इसके अलावा पायलट ने सूचना आयुक्त के रुप में पूर्व डीजीपी एमएल लाठर की नियुक्ति समेत करीब एक दर्जन सेवानिवृत नौकरशाहों की राजनीतिक नियुक्तियों देने पर भी सवाल उठाए है।
पायलट ने कई लोगों की राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर भी सवाल खड़े किए उनका कहना था कि, मेरा मानना है कि जिन्होंने सरकार बनाने के लिए खून-पसीन बहाया, उनको ज्यादा मौका दिया जाना चाहिए। उनका कहना था कि, अपना खून- पसीना बहाकर कांग्रेस पार्टी को सत्ता में लाने वाले पार्टी कार्यकर्ताओं को मान- सम्मान मिलना चाहिए।
पिछले चार साल में कई राजनीतिक नियुक्तियां हुई है। बड़े अधिकारियों को फर्क नहीं पड़ता कि शासन कांग्रेस का है या भाजपा का, वे तो शासन की नौकरी करते हैं, जबकि पार्टी का कार्यकर्ता दिन-रात मेहनत करता है। मैं अधिकारियों की नियुक्ति पर भी सवाल खड़ा नहीं कर रहा है, उन लोगों को भी अगर हमें नियुक्ति देनी है तो अनुपात बेहतर होना चाहिए।
India Population: भारत जनसंख्या के मामले में बना दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश