दिसपुर: असम में 10वीं के पेपर लीक मामले में राजनीति तेज़ है। विपक्षी पार्टियाँ इस मामले पर सरकार को घेरने की कोशिश कर रही हैं। इन्हीं सब सियासी तनातनी के बीच CM हिमंत बिस्वा सरमा ने बड़ा बयान दिया है। CM ने इसे सरकार की नाकामी करार दिया। उन्होंने कहा, “राज्य परिषद की 10वीं कक्षा […]
दिसपुर: असम में 10वीं के पेपर लीक मामले में राजनीति तेज़ है। विपक्षी पार्टियाँ इस मामले पर सरकार को घेरने की कोशिश कर रही हैं। इन्हीं सब सियासी तनातनी के बीच CM हिमंत बिस्वा सरमा ने बड़ा बयान दिया है। CM ने इसे सरकार की नाकामी करार दिया। उन्होंने कहा, “राज्य परिषद की 10वीं कक्षा की परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक होना आपकी सरकार की विफलता है।” ये बातें CM ने विधानसभा बैठक में कहीं।
मिली जानकारी के मुताबिक, विधानसभा सत्र के दौरान CM सरमा ने कहा कि घोटाले के मास्टरमाइंड की शिनाख्त कर ली गई है। उन्होंने कहा: “मैट्रिक का पेपर लीक नहीं होना चाहिए था। यह हमारी नाकामी को साबित करता है। यह मुझे स्वीकार है। जानकारी के लिए बता दें, इस मामले में केंद्र के एक निदेशक और तीन शिक्षकों समेत सभी मुख्य आरोपियों की पहचान कर ली गई है, जिन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर सख्त से सख्त सजा दी जाएगी।
इस मामले में पुलिस का कहना है कि HSLC परीक्षा पत्र लीक मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया और 22 को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया। असम के डीजीपी जीपी सिंह ने मीडिया को बताया कि गुवाहाटी, उत्तरी लखीमपुर, धेमाजी, सादिया, डिब्रूगढ़ और तिनसुकिया सहित राज्य के कई सारे इलाकों से छात्रों सहित 22 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
इस मामले को लेकर विपक्ष लगातार शिक्षा मंत्री रानोज पेगू के इस्तीफे की शिक्षा मंत्री के इस्तीफे को लेकर राज्य भर में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। कुछ लोगों ने सेबा के अध्यक्ष आरसी जैन के इस्तीफे की माँग की है। आपको बता दें कि पेपर लीक होने के बाद 13 मार्च को परीक्षा रद्द कर दी गई थी, अब यह परीक्षा 31 मार्च को तय किया गया है।