Ram Mandir Muhurt: रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में मुख्य पुजारी रहे पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित(90) का निधन हो गया है। उनके निधन के बाद सोशल मीडिया पर तरह-तरह की अफवाहें उड़ रही है। कुछ लोग टिप्पणी कर रहे हैं कि मुहूर्त दोष के कारण उनका निधन हुआ। इसे लेकर मुहूर्त निकालने वाले गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ ने […]
Ram Mandir Muhurt: रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में मुख्य पुजारी रहे पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित(90) का निधन हो गया है। उनके निधन के बाद सोशल मीडिया पर तरह-तरह की अफवाहें उड़ रही है। कुछ लोग टिप्पणी कर रहे हैं कि मुहूर्त दोष के कारण उनका निधन हुआ। इसे लेकर मुहूर्त निकालने वाले गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ ने स्पष्टीकरण जारी किया है।
गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ ने कहा कि पंचांग और मुहूर्त से पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित के निधन का संबंध नहीं है। उनका निधन भरड़ी के भौम से हुआ है न कि राम मंदिर के मुहूर्त की वजह से। दरअसल इस बात पर बहस शुरू हो गई थी कि रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का गलत मुहूर्त निकालने के कारण मुख्य पुरोहित पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित का निधन हुआ है? इस पर गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ ने कहा कि भरणी के भौम के कारण उनका निधन हुआ है। दरअसल भरणी एक नक्षत्र है जो जीवन और मृत्यु के रहस्यों से जुड़ा हुआ है।
बता दें कि लक्ष्मीकांत दीक्षित की अध्यक्षता में 121 पंडितों की टीम ने अयोध्या राम मंदिर में अनुष्ठान किया था। पीएम नरेंद्र मोदी ने प्राण-प्रतिष्ठा के बाद मुख्य पुजारी और आचार्य पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित से रक्षासूत्र बंधवाया था। जिसके बाद पीएम ने पैर छूकर आशीर्वाद लिया था। लक्ष्मीकांत दीक्षित का जन्म 1942 में उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में हुआ था। उनके पिता का नाम वेदमूर्ति मथुरानाथ दीक्षित और माता का नाम रुक्मिणी था। कहा जाता है कि इनके पूर्वजों ने ही शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक कराया था।