मुंबईः महाराष्ट्र में हुए पंचायत चुनाव में एनडीए गुट के उम्मीदवारों को बड़ी सफलता मिली है। इस जीत से ग्रामीण क्षेत्रों में भी भाजपा – शिंदे गठबंधन की लोकप्रियता बढ़ती दिखाई पड़ रही है। पंचायत चुनाव में शिंदे-भाजपा का परचम एक रिपोर्ट के अनुसार 16 जिलों के 547 गांवो में पंचायत चुनाव हुए। चुनाव में […]
मुंबईः महाराष्ट्र में हुए पंचायत चुनाव में एनडीए गुट के उम्मीदवारों को बड़ी सफलता मिली है। इस जीत से ग्रामीण क्षेत्रों में भी भाजपा – शिंदे गठबंधन की लोकप्रियता बढ़ती दिखाई पड़ रही है।
एक रिपोर्ट के अनुसार 16 जिलों के 547 गांवो में पंचायत चुनाव हुए। चुनाव में इस गठबंधन के 50 प्रतिशत से ज्यादा प्रत्याशी सरपंच बने हैं। महाविकास अघाड़ी सरकार के बाद जून में भाजपा-शिंदे गठबंधन की सरकार बनी, जिसके मुखिया शिंदे बने। वहीं बीजेपी के पाले से देवेंद्र फडणवीस उपमुख्यमंत्री बने थे।
महाराष्ट्र भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले के अनुसार उनकी पार्टी समर्थित 259 और शिंदे गुट के शिवसेना समर्थित 40 उम्मीदवार सरपंच बने हैं। बता दें कि रविवार को 16 जिलों की 547 ग्राम पंचायत में वोटिंग हुई। इस पंचायत चुनाव में 76 फीसदी मतदान पड़े, जिसकी गणना सोमवार को हुई। अपने प्रेस वार्ता के दौरान प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले कहा, ‘ग्राम पंचायत के नतीजों से पता चलता है कि शिंदे-फडणवीस की सरकार पर महाराष्ट्र की जनता ने अपने भरोसे की पुष्टि कर दी है।’
पंचायत चुनाव में मिली जीत से भाजपा-शिंदे गुट का मनोबल बढ़ा है। अब वह बीएमसी चुनाव के तैयारी में लगने वाले है। हलांकि मुंबई में महानगर पालिका चुनाव की तिथियों का ऐलान नहीं हुआ है। आसार है कि चुनाव मानसून के बाद हो। वहीं उद्धव ठाकरे समर्थित शिवसेना समेत राज्य के सभी सियासी दल चुनाव की तैयारियों में जुट गए हैं। वर्तमान में बीएमसी पर शिवसेना का कब्जा है। पिछले बीएमसी चुनाव में भाजपा दूसरे नंबर पर काबिज रही। हालांकि, शिंदे के साथ आने के बाद यह समीकरण बदलने की पूरी संभावना हैं।
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