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Pakistan Election: पाकिस्तान में नई सरकार के लिए 8 बजे से शुरू होगा मतदान, चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाबल तैनात

नई दिल्ली: पाकिस्तान में हिंसा की घटनाओं के बीच नई सरकार चुनने के लिए पाकिस्तानी अवाम आज मतदान करेंगे, जिसमें उम्मीद लगाई जा रही है कि पूर्व पीएम नवाज शरीफ की पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी, क्योंकि इस वक्त पूर्व पीएम इमरान खान जेल में बंद है. इसका खास असर वोटिंग […]

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Pakistan Election
  • February 8, 2024 7:56 am Asia/KolkataIST, Updated 11 months ago

नई दिल्ली: पाकिस्तान में हिंसा की घटनाओं के बीच नई सरकार चुनने के लिए पाकिस्तानी अवाम आज मतदान करेंगे, जिसमें उम्मीद लगाई जा रही है कि पूर्व पीएम नवाज शरीफ की पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी, क्योंकि इस वक्त पूर्व पीएम इमरान खान जेल में बंद है. इसका खास असर वोटिंग पर पड़ेगा. वहीं राजनीतिक जानकारों का कहना है कि नवाज शरीफ चौथी बार पाकिस्तान के पीएम बनने जा रहे हैं।

आपको बता दें कि इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के कैंडिडेट्स स्वतंत्र रूप से इलेक्शन लड़ रहे हैं क्योंकि उनकी पार्टी को उसके चुनाव चिन्ह क्रिकेट बल्ला से वंचित करने के इलेक्शन कमीशन के फैसले को सुप्रीम कोर्ट ने बरकरार रखा है. पाकिस्तान में इस वक्त इमरान खान की पार्टी मजबूत स्थिति में नहीं है. वहीं आज होने वाले इलेक्शन में 74 साल के नवाज शरीफ की नजर चौथी बार पीएम बनने पर होगी।

वहीं बिलावल भुट्टो-जरदारी की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी भी इस आम चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रही है. वहीं पार्टी ने जरदारी को पीएम का चेहरा घोषित किया है. मुल्कभर में लगभग 6 लाख 50 हजार सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं, क्योंकि 12.85 करोड़ से अधिक पंजीकृत वोटर्स को आम चुनावों में वोटिंग करने में सक्षम बनाने के लिए मतदान केंद्र स्थापित करने में अधिकारी व्यस्त थे।

चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाबल तैनात

इस बीच अशांत बलूचिस्तान प्रांत में चुनाव कार्यालयों को हमलावरों ने 7 अक्टूबर को निशाना बनाया है जिसमें 25 लोगों की मौत हुई है. वहीं 40 से अधिक लोग घायल हुए हैं. वहीं हिंसा के बीच पाकिस्तान इलेक्शन कमीशन ने चुनाव कराने के लिए पिछले साल एक कार्यक्रम जारी किया था और बिगड़ती सुरक्षा हालात के बावजूद बरकरार रखा था. 7 अक्टूबर को चुनाव सामग्री को संबंधित मतदान अधिकारियों की देखरेख में 90 हजार से अधिक मतदान केंद्रों पर स्थानांतरित कर दिया गया जिनके साथ पुलिस और सेना के जवान तैनात थे।

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