जम्मू-कश्मीर. जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की दहशतगर्दी ( Pakistan-backed terrorism in J&K ) चरम पर हैं, आतंकी जम्मू-कश्मीर में सेना के एंटी-टेरर ऑपरेशन से बौखलाए आतंकी एक के बाद एक गैर-कश्मीरियों को निशाना बना रहे हैं. बता दें की मौजूदा समय में जम्मू कश्मीर में भारतीय सेना आतंकियों का खात्मा करने में जुटी है, जिससे आतंकी […]
जम्मू-कश्मीर. जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की दहशतगर्दी ( Pakistan-backed terrorism in J&K ) चरम पर हैं, आतंकी जम्मू-कश्मीर में सेना के एंटी-टेरर ऑपरेशन से बौखलाए आतंकी एक के बाद एक गैर-कश्मीरियों को निशाना बना रहे हैं. बता दें की मौजूदा समय में जम्मू कश्मीर में भारतीय सेना आतंकियों का खात्मा करने में जुटी है, जिससे आतंकी बौखला गए हैं और वो एक-एक कर के गैर कश्मीरियों को अपना निशाना बना रहे हैं. इसी क्रम में आज जम्मू कश्मीर में रविवार को दो और गैर-स्थानीय लोगों की बर्बर हत्या कर दी गई, जिसके बाद जम्मू-कश्मीर से प्रवासी पलायन कर रहे हैं. लोगों में डर का माहौल बना हुआ है, जिसके चलते जम्मू स्टेशन पर लोगों की भीड़ उमड़ी हुई है, लोगों को अपने घर जाने वाली ट्रेन का इंतज़ार है.
अपने हालात बयां करते हुए कुछ मजदूरों की आंखें भी भर आईं. भूख की वजह से वहां मजदूरों के बच्चे रोते-बिलखते दिखे. अपना दुःख बयां करते हुए मजदूरों ने कहा, ‘हम लोग कभी वापस घाटी (कश्मीर) में नहीं जाएंगे क्योंकि वहां आतंकी धमकी दे रहे हैं और चुनकर हमले कर रहे हैं.’ प्रवासी कामगारों ने कहा है कि उनको जान का खतरा है. मजदूरों का कहना है स्थति ऐसी है कि उनके पास कोई जमापूंजी भी नहीं है. कुछ ने आरोप लगाया कि जिस ईंट के भट्टे में वे लोग काम करते थे वहां के मालिक ने उनका बकाया पैसा भी नहीं दिया और उसके बिना ही वे लोग घर लौटने को मजबूर हैं क्योंकि बात यहां जान पर बन आई है.
मजदूरों ने आगे कहा कि जम्मू में उनकी स्थिति दयनीय है, हर जगह आतंकियों की दहशतगर्दी है. कश्मीर अब उनके लिए सुरक्षित नहीं है, न उनके पास रोज़गार है और न ही सुरक्षा.